पृष्ठम्:सिद्धान्तकौमुदी (बालमनोरमा उत्तर-४).djvu/१८२

एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

८४८ धातुः ३४१ शुाठ (भ्वा ३४४ शुठि [पा.] ( , १६४६ शुठेि ११९२ शुध (द. १३३७ शुन (तु. ७४ शुन्ध (भ्वा १८३३ शुन्ध (चु. ४३३ शुठन्भ १३२३ शुन्भ (तु. ४३२ शुभ (भ्वा ७५० शुभ (, १३२२ शुभ (तु १६१९ शुल्क (चु १६१२ शुल्ब (, ११८४ शुष (दि १९०३ शूर (चु. ११५७ शूरी (दि १६१३ शूर्प (चु. ५२६ शूल (भ्वा ९६३ इयैड् ८४ श्रकि १५१ श्रगि

१७३५ श्रृंधु (चु १४८९ शू (क्रया ५४३ शल (भ्वा ५०१ शेशवृ [पा.] ( , ९१८ शै ११४५ शा (दि ४५५ शोण २९० शौट ४१ इच्युतिर् ( ,

कौमुद्युत्तरार्धगतधातुसूचिका

प. से.) | ७९८ श्रण (भ्वा , ,) | १५७९ श्रण (चु. ) | ७९९ श्रथ प. अ.) ||१५४७ श्रथ (चु. , से.) || १८२४ श्रथ (,

  • ७, ) || १८७१ श्रथ ( *

उ. ,) | ३५ श्रथि (भ्वा. प. ,) | १५११ श्रन्थ (क्रया , , ) | १५१३ श्रन्थ (, ) | १८३८ श्रन्थ आ. ,) || ३९३ श्रन्भु (भ्वा . ,) | १६२४ श्रभ्र (चु ) | १२०५ श्रमु (दि ,) ८ १० श्रा (भ्वा प. अ.) | १०५३ श्रा आ. से.) || ८९७ श्रिञ् (भ्वा ७०१ श्रिषु उ. ,) ||१४७६ श्रीञ् (क्रया. ) | ९४२ श्रु (भ्वा •, ,) | ९१९ त्रै आ. ,) || ४५६ श्रोणू ८५ श्लकि , ,) | १५२ श्लगि श्लथ [कथ] ( ) || १२७ लाखू आ. ,) || ११५ श्लाघू प. अ.) || ११८७ श्लिष ) | १५७५ श्लिष ७०२ श्लिषु (भ्वा

आ.

प.

८ ० ० ,) || ४५७ श्लोणू ) || ९६ श्वकि अ.) | १६६ श्वच ) | १६७ श्ववि ,) ! १५६६ श्वठ ७७ ( (

उ. ,

आ.

उ. उ.

प.

से.) ,)

,)

, ) ,)

अ.)

से.) अ.)

अ.)

से.)

,)