"पञ्चतन्त्रम् ०२" इत्यस्य संस्करणे भेदः

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पङ्क्तिः १:
लेखक: विष्णु शर्मा<BR/>
मित्र-भॆदः
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पञ्चतन्त्रम्<BR/>
वर्धमान-व्ड़्त्तांतः
 
<BR/><BR/>
मित्र-भॆदः<BR/>
 
वर्धमान-व्ड़्त्तांतः<BR/>
 
अथातः प्रारभ्यतॆ मित्र-भॆदॊ नाम प्रथमम्̣ तंत्रम् | यस्यायम् आदिमः श्लॊकः- <BR/><BR/>
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इति श्री-विष्णु-शर्म-विरचितॆ पञ्चतंत्रॆ
मित्र-भॆदॊ नाम प्रथमम्̣ तंत्रम् ||
==संबंधित कड़ियाँ==
#[[पञ्चतन्त्रम्]]
##[[पञ्चतन्त्रम् 01| कथा-मुखम्]]
##[[पञ्चतन्त्रम् 02| प्रथमम् तन्त्रम् - मित्रभेदः]]
##[[पञ्चतन्त्रम् 03| द्वितीयम् तन्त्रम् - मित्र-संप्राप्तिः]]
##[[पञ्चतन्त्रम् 04| तृतीयम् तन्त्रम् - काकॊलूकीयम्]]
##[[पञ्चतन्त्रम् 05| चतुर्थम् तन्त्रम् - लब्ध-प्रणाशम्]]
##[[पञ्चतन्त्रम् 06| पञ्चमम् तन्त्रम् - अपरीक्षित-कारकम्]]
#[http://hi.wikipedia.org/wiki/ पंचतंत्र] (hindi wikipedia)
#[[पंचतंत्र]] (हिन्दी में)]
#[[हितोपदेशम्]]
==बाहरी कडियाँ==
*[http://panchatantra.org/the-loss-of-friends.html Panchatantra (Story in English)]
[[Category:संस्कृत]]
[[Category:Sanskrit]]
"https://sa.wikisource.org/wiki/पञ्चतन्त्रम्_०२" इत्यस्माद् प्रतिप्राप्तम्