"अथर्ववेदः/काण्डं ८" इत्यस्य संस्करणे भेदः
Content deleted Content added
No edit summary |
No edit summary |
||
पङ्क्तिः १:
*[[/सूक्तम् ०१|सूक्तम् १]]▼
*[[/सूक्तम् ०२|सूक्तम् २]]▼
*[[/सूक्तम् ०३|सूक्तम् ३]]▼
*[[/सूक्तम् ०४|सूक्तम् ४]]▼
*[[/सूक्तम् ०५|सूक्तम् ५]]▼
*[[/सूक्तम् ०६|सूक्तम् ६]]▼
*[[/सूक्तम् ०७|सूक्तम् ७]]▼
*[[/सूक्तम् ०८|सूक्तम् ८]]▼
*[[/सूक्तम् ०९|सूक्तम् ९]]▼
*[[/सूक्तम् १०|सूक्तम् १०]]▼
*[[/सूक्तम् ११|सूक्तम् ११]]▼
*[[/सूक्तम् १२|सूक्तम् १२]]▼
*[[/सूक्तम् १३|सूक्तम् १३]]▼
*[[/सूक्तम् १४|सूक्तम् १४]]▼
*[[/सूक्तम् १५|सूक्तम् १५]]
<poem><span style="font-size: 14pt; line-height: 200%">8.1
अन्तकाय मृत्यवे नमः प्राना अपाना इह ते रमन्ताम् ।
Line ५५६ ⟶ ५७१:
</span></poem>
▲*[[/सूक्तम् ०१|सूक्तम् १]]
▲*[[/सूक्तम् ०२|सूक्तम् २]]
▲*[[/सूक्तम् ०३|सूक्तम् ३]]
▲*[[/सूक्तम् ०४|सूक्तम् ४]]
▲*[[/सूक्तम् ०५|सूक्तम् ५]]
▲*[[/सूक्तम् ०६|सूक्तम् ६]]
▲*[[/सूक्तम् ०७|सूक्तम् ७]]
▲*[[/सूक्तम् ०८|सूक्तम् ८]]
▲*[[/सूक्तम् ०९|सूक्तम् ९]]
▲*[[/सूक्तम् १०|सूक्तम् १०]]
▲*[[/सूक्तम् ११|सूक्तम् ११]]
▲*[[/सूक्तम् १२|सूक्तम् १२]]
▲*[[/सूक्तम् १३|सूक्तम् १३]]
▲*[[/सूक्तम् १४|सूक्तम् १४]]
|