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पङ्क्तिः ८:
| notes = दे. द्यावापृथिव्यौ। त्रिष्टुप्।
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{{ऋग्वेदः मण्डल १}}▼
<poem><span style="font-size: 14pt; line-height: 200%">
कतरा पूर्वा कतरापरायोः कथा जाते कवयः को वि वेद ।
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▲{{ऋग्वेदः मण्डल १}}
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