"महाभारतम्-01-आदिपर्व-247" इत्यस्य संस्करणे भेदः

कृष्णानुमत्याऽर्जुनः सुभद्रां जहारेति पौराणा... नवीन पृष्ठं निर्मीत अस्ती
 
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| author = वेदव्यासः
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| section = ''प्रथमपर्व''<br>'''महाभारतम्-01-आदिपर्व-247'''
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{{महाभारतम्}}
कृष्णानुमत्याऽर्जुनः सुभद्रां जहारेति पौराणामूहः।। 1 ।।<br>
अर्जुने इन्द्रप्रस्थं प्राप्तं ज्ञात्वा यादवैः सह श्रीकृष्णस्य इन्द्रप्रस्थं प्रत्यागमनम्।। 2 ।।<br>
Line १८५ ⟶ १९५:
1-247-77 परप्रहरणज्ञाने शत्रुकृतप्रहारवेदनायां विध्य इव निर्विज्ञान इति प्रतिविन्ध्यः।।
सप्तचत्वारिंशदधिकद्विशततमोऽध्यायः।। 247 ।।
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