"पृष्ठम्:मृच्छकटिकम्.pdf/४१" इत्यस्य संस्करणे भेदः

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{{gap}}'''विदूषकः'''- ही ही भोः, पदोसमंदमारुदेण पशुबंधोवणीदस्स
{{gap}}'''विदूषकः''' ही ही भोः, पदोसमंदमारुदेण पशुबंधोवणीदस्स
विअ छागलस्स हिअरअं, फुरफुराअदि पदीवो । ( उपसृत्य रदनिकां
विअ छागलस्स हिअरअं, फुरफुराअदि पदीवो । ( उपसृत्य रदनिकां
दृष्ट्वा ) भो रदणिए ! [ आश्चर्य भोः, प्रदोषमन्दमारुतेन पशुबन्धोपनी-
दृष्ट्वा ) भो रदणिए ! [ आश्चर्य भोः, प्रदोषमन्दमारुतेन पशुबन्धोपनी-
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