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[ अरे आर्यचारुदतं न जानासि, न वा वसन्तसेनाम् ? । |
[ अरे आर्यचारुदतं न जानासि, न वा वसन्तसेनाम् ? । यद्यार्यचारुदत्तं वसन्तसेनां वा न जानासि, तदा गगने ज्योत्स्नासहितं चन्द्रमपि त्मं |
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इस वसन्तसेना वा न जानासि, तदा गगने ज्योत्स्नासहितं चन्द्रमपि स्में |
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{{block center|{{bold|<poem>कस्तं गुणारविन्दं |
{{block center|{{bold|<poem>कस्तं गुणारविन्दं शीलमृगाङ्क जनो न जानाति । |
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::आपन्नदुःखमोक्षं चतुःसागरसार रत्नम् ॥ |
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द्वावेव पूजनीयाविह नगर्यां तिलकभूतौ च । |
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हावेव पूजनीयाविहू नगया तिलकभृतौ च । |
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::आर्या वसन्तसेना धर्मनिधिश्चारुदत्तश्च ॥]</poem>}}}} |
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{{gap}}'''वीरकः'''---अरे चंदणआ । |
{{gap}}'''वीरकः'''---अरे चंदणआ । |
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जाणामि चारुदत्तं वसंतसेणं अ |
जाणामि चारुदत्तं वसंतसेणं अ सुट्ठु जाणामि । |
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पत्ते अ |
पत्ते अ राअकज्जे पिदरं पि अहं ण जाणामि ॥ १५ ॥</poem>}}}} |
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[अरे चन्दनक ! । |
[अरे चन्दनक ! । |
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{{block center|{{bold|<poem>जानामि चारुदत्तं वसन्तसेनां |
{{block center|{{bold|<poem>जानामि चारुदत्तं वसन्तसेनां च सुष्ठु जानामि । |
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प्राप्ते च राजकार्यॆ पितरमप्यहं न जानामि ॥]</poem>}}}} |
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{{gap}}'''आर्यकः'''--( |
{{gap}}'''आर्यकः'''--( स्वगतम् ) अयं मे पूर्ववैरी, अयं मे पूर्वबन्धुः, यतः |
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{{block center|{{bold|<poem>एककार्यनियोगेऽपि |
{{block center|{{bold|<poem>एककार्यनियोगेऽपि ना1नयोस्तुल्यशीलता । |
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विवाहे च चितायां च यथा |
विवाहे च चितायां च यथा हुतभुजोर्द्वयोः ॥ १६ ॥</poem>}}}} |
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{{gap}}'''चन्दनकः'''—तुमं तंतिलो सेणावई |
{{gap}}'''चन्दनकः'''—तुमं तंतिलो सेणावई रण्णो पञ्चइदो । एदे धारिदा |
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मए बइल्ला । अवलोएहि । [ त्वं |
मए बइल्ला । अवलोएहि । [ त्वं तन्ति2ल्लः सेनापती राज्ञः प्रत्ययितः । एतौ |
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धारितौ मया |
धारितौ मया बलीवर्दौ । अवलोकय ।] |
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{{gap}}'''वीरकः'''-- |
{{gap}}'''वीरकः'''-- तुमं पि रण्णो पञ्चइदो बलवई । ता तुमं ज्जैव अवलोएहि । [ त्वमपि राज्ञः प्रत्ययितो बलपतिः । तस्मात्त्वमेवावलोकय ।] |
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एहि । [ स्वमपि राज्ञः प्रत्ययितो अलपतिः । तस्माश्वमेवावलोकय ।] |
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{{rule}} |
{{rule}} |
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आर्या वसन्तसेना धर्मनिधिश्चारुदत्तश्च ॥ १४ ॥ '''जानामीति''' । गाथा । |
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जानामि |
जानामि चारुदत्तं वसन्तसेनां च सुष्ठु जानामि । प्राप्ते च राजकार्ये पितरमप्यहं |
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न जानामि । |
न जानामि । प्राप्ते चेति चकारः पुनरर्थे ॥ १५ ॥ '''एकेति''' ॥ १६ ॥ |
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दिप-1 चन्दनक- |
दिप-1 चन्दनक-वीरकयोः। 2 चिन्तापरः । |