"पृष्ठम्:गोपालसहस्रनामस्तोत्रम्.pdf/२७" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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पुटाङ्गम् (उपयोगार्थम्) : | पुटाङ्गम् (उपयोगार्थम्) : | ||
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{{gap}}कस्तूरीतिलकं ललाटपटले वक्षस्थले कौस्तुभं |
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{{gap}}{{gap}}नासाग्रे <ref>ग. गजर्मुक्तिकं.</ref>'वरमौक्तिकं करतले वेणुं करे कङ्कणम् । |
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{{gap}}सर्वाङ्गे हरिचन्दनं सुललितं कण्ठे च <ref>मुक्तावलीं.</ref>'मुक्तावलिं |
{{gap}}सर्वाङ्गे हरिचन्दनं सुललितं कण्ठे च <ref>मुक्तावलीं.</ref>'मुक्तावलिं |
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{{gap}}{{gap}}गोपस्त्रीपरिवेष्टितो विजयते गोपालचूडामणिः ॥ १ ॥}} |
{{gap}}{{gap}}गोपस्त्रीपरिवेष्टितो विजयते गोपालचूडामणिः ॥ १ ॥}} |