"पृष्ठम्:गोपालसहस्रनामस्तोत्रम्.pdf/४०" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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पुटाङ्गम् (उपयोगार्थम्) : | पुटाङ्गम् (उपयोगार्थम्) : | ||
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इत्यर्थः। ’तस्य भासा सर्वमिदं विभाति' (मु. 2-2-10 ) इति श्रुतेः । |
इत्यर्थः। ’तस्य भासा सर्वमिदं विभाति' (मु. 2-2-10 ) इति श्रुतेः । |
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'''रविजाः'''- सूर्यवंश्यः । '''विधुः'''-विष्णुः । 'विधुः |
'''रविजाः'''- सूर्यवंश्यः । '''विधुः'''-विष्णुः । 'विधुः श्रीवत्सलान्छनः’ |
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इत्यमरः । चन्द्ररूपो वा 'नक्षत्राणामहं शशी' (गी. 10-21 ) इत्युक्तेः । |
इत्यमरः । चन्द्ररूपो वा 'नक्षत्राणामहं शशी' (गी. 10-21 ) इत्युक्तेः । |
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'''विधिः'''-हितानुशासकः। '''विधाता'''-ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तसर्वस्रष्टा कर्मणां |
'''विधिः'''-हितानुशासकः। '''विधाता'''-ब्रह्मादिस्तम्बपर्यन्तसर्वस्रष्टा कर्मणां |
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तत्फलानां च कर्तेति वा । 'यो ब्रह्माणं विदधाति |
तत्फलानां च कर्तेति वा । 'यो ब्रह्माणं विदधाति पूर्वम्’ (श्वे. 6-18 ) |
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'''वरुणः''' -- सर्वस्यावारकः सर्वव्यापी । 'वृञ् वरणे' इति धातोः |
'''वरुणः''' -- सर्वस्यावारकः सर्वव्यापी । 'वृञ् वरणे' इति धातोः |
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’कॄवॄदारिभ्य उनन्’ । (उ. सू. 340) इत्युनन् प्रत्ययः । 'येनावृतं खं च दिवं |
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महीं च' (ते. ना. 3) इत्यादिवचनमत्रानुसन्धेयम् । यद्वा वरुणः प्रचेतोरूपः । |
महीं च' (ते. ना. 3) इत्यादिवचनमत्रानुसन्धेयम् । यद्वा वरुणः प्रचेतोरूपः । |
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'वरुणो यादसामहम् ' (गी. 10-29) इति गीतावचनात् । '''वारुणः''' |
'वरुणो यादसामहम् ' (गी. 10-29) इति गीतावचनात् । '''वारुणः''' |
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पङ्क्तिः १८: | पङ्क्तिः १८: | ||
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{{gap}}'''रोहिणीहृदयानन्दः''' -- रोहिण्याः हृदयस्य आनन्दनः । रोहिणी |
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बलरामस्य माता । '''वसुदेवात्मजः'''-----वसुदेवस्य पुत्रः | '''बली'''--बलरामः |
बलरामस्य माता । '''वसुदेवात्मजः'''-----वसुदेवस्य पुत्रः | '''बली'''--बलरामः |
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'''नीलाम्बरः'''--नीलमम्बरं यस्य सः । '''रोहिणेयः'''--रोहिणीपुत्रः । |
'''नीलाम्बरः'''--नीलमम्बरं यस्य सः । '''रोहिणेयः'''--रोहिणीपुत्रः । |
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'''जरासन्धवधः''' --- जरासन्धस्य हन्ता । ''' |
'''जरासन्धवधः''' --- जरासन्धस्य हन्ता । '''अमलः'''- निर्दोषः ॥ २२ ॥ |
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{{gap}}22 ab. क. हृदयानन्दवसु<br/> |
{{gap}}22 ab. क. हृदयानन्दवसु<br/> |
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{{gap}}{{gap}} ख.ग.ङ, हृदयानन्दी<br/> |
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{{gap}}22 b. ख. बलि:<br/> |
{{gap}}22 b. ख. बलि:<br/> |
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{{gap}}{{gap}}ङ. वसुदेवसुतो बली<br/> |
{{gap}}{{gap}}ङ. वसुदेवसुतो बली<br/> |
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{{gap}}22 d ग. जरासन्धवधोत्सुकः<br/> |
{{gap}}22 d ग. जरासन्धवधोत्सुकः<br/> |
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{{gap}}23.a क.ग. ङ. |
{{gap}}23.a क.ग. ङ. अवाम्भो<br/> |
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{{gap}}{{gap}}ङ . विरुहो<br/> |
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{{gap}}{{gap}}-- .शिरोडली |
{{gap}}{{gap}}-- .शिरोडली |
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