"पृष्ठम्:काव्यमाला (बृहत्कथामञ्जरी).pdf/४७४" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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अमन्दानन्दविस्पन्दमदिराम्बुधिबिन्दवे |
अमन्दानन्दविस्पन्दमदिराम्बुधिबिन्दवे |
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नमः कुन्दोदरस्पन्दस्वच्छन्दायेन्दुमौलिने |
नमः कुन्दोदरस्पन्दस्वच्छन्दायेन्दुमौलिने ॥ ६० ॥ |
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नमः कालकलाजालहेलाकवलकेलये । |
नमः कालकलाजालहेलाकवलकेलये । |
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कालीकटाक्षवलनाकलिताय कपालिने ॥ ११ ॥ |
कालीकटाक्षवलनाकलिताय कपालिने ॥ ११ ॥ |
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नमश्चर्माम्बरभृते धर्माधर्मगुणच्छिदे । |
नमश्चर्माम्बरभृते धर्माधर्मगुणच्छिदे । |
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कूर्मो नर्मविनिर्माणसर्वसंसारकर्मणे ॥ |
कूर्मो नर्मविनिर्माणसर्वसंसारकर्मणे ॥ ६२ ॥ |
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नमो दक्षमखाक्षान्तिक्षणलक्ष्याक्षिवहये। |
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नमो दक्षमखाक्षान्तिक्षणलक्ष्याक्षिवह्नये। |
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क्षुभ्यत्क्षयक्षपाक्षिप्रसंक्षेपाय त्रिचक्षुषे |
क्षुभ्यत्क्षयक्षपाक्षिप्रसंक्षेपाय त्रिचक्षुषे ॥६३ ॥ |
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श्मशानस्थाय जटिने वामार्धायोर्ध्वरेतसे ॥ ६ ॥ |
श्मशानस्थाय जटिने वामार्धायोर्ध्वरेतसे ॥ ६ ॥ |
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महेश्वराय |
महेश्वराय नग्नाय हराय वरदायिने । |
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अनीलनीलकण्ठाय विचित्राय त्रिशूलिने ॥.६५ ।। |
<small><ref>१</ref></small>अनीलनीलकण्ठाय विचित्राय त्रिशूलिने ॥.६५ ।। |
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निलेपनित्यनिरुपाधिनिरञ्जनाय |
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निर्लेपनित्यनिरुपाधिनिरञ्जनाय |
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संविद्विकाशकुसुमोत्सवनन्दनाय । |
संविद्विकाशकुसुमोत्सवनन्दनाय । |
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वैराग्यसिक्तशमपल्लव भक्तिवल्ली- |
वैराग्यसिक्तशमपल्लव भक्तिवल्ली- |
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नादायमानमधुपाय नमः शिवाय |
नादायमानमधुपाय नमः शिवाय ॥.६६ ॥ |
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इति |
इति विद्याधरेणाशु स्तुतः श्रीमानुमापतिः । |
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वरमस्मै सभार्याय पार्वतीशो ददौ तदा ॥ ६७ ॥ |
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अचिरेणाप्स्यसि सुतं हेमप्रभ कुलोचितम् । |
अचिरेणाप्स्यसि सुतं हेमप्रभ कुलोचितम् । |
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कन्यां च नरवाहस्य |
कन्यां च नरवाहस्य भाविनीं वल्लभामिति ॥ ६८.॥ |
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वर हेमप्रभः प्राप्य सुहृष्टो दयितासखः । |
वर हेमप्रभः प्राप्य सुहृष्टो दयितासखः । |
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द्विजेभ्यः प्रददौ भूरिमणिकाञ्चनमौक्तिकम् ॥ |
द्विजेभ्यः प्रददौ भूरिमणिकाञ्चनमौक्तिकम् ॥ ६९ ॥ |
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ततः कालेन तनयं विधेव विनयं सती। |
ततः कालेन तनयं विधेव विनयं सती। |
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अलंकारप्रभासूत माहात्म्यमिति संततिः ॥ ७० ॥ |
अलंकारप्रभासूत माहात्म्यमिति<small><ref>३</ref></small> संततिः ॥ ७० ॥ |
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सं वज्रप्रभनामाभूत्कुमारो वंशभूषणः । |
सं वज्रप्रभनामाभूत्कुमारो वंशभूषणः । |
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यः प्राय वृद्धि सहसा कुमार इव शक्तिमान् ॥ ७१ ॥ |
यः प्राय वृद्धि सहसा कुमार इव शक्तिमान् ॥ ७१ ॥ |
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१."व्यालिसे" ख । २. " च " ख् ३. "व.स." ख |
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