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पुटाङ्गम् (उपयोगार्थम्) : | पुटाङ्गम् (उपयोगार्थम्) : | ||
पङ्क्तिः १: | पङ्क्तिः १: | ||
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पुरा सनत्कुमाराय स्कन्देनाभिहिता हि सा ॥ ४ ॥ |
पुरा सनत्कुमाराय स्कन्देनाभिहिता हि सा ॥ ४ ॥ |
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सनत्कुमारः प्रोवाच व्यासाय मुनिसत्तमाः । |
सनत्कुमारः प्रोवाच व्यासाय मुनिसत्तमाः । |