"रामायणम्/बालकाण्डम्/सर्गः ४१" इत्यस्य संस्करणे भेदः
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पङ्क्तिः ९२:
त्रिंशद्वर्षसहस्राणि राज्यं कृत्वा दिवं गतः॥१-४१-२६॥<BR><BR>
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पुत्रान् चिर गतान् ज्ञात्वा सगरो रघुनंदन ।<BR>
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