"रामायणम्/सुन्दरकाण्डम्/सर्गः ४२" इत्यस्य संस्करणे भेदः
Content deleted Content added
{{header | title = ../../ | author = वाल्मीकिः | translator = | section = सर्ग... नवीन पृष्ठं निर्मीत अस्ती |
No edit summary |
||
पङ्क्तिः १:
{{header
| title = [[
| author = वाल्मीकिः
| translator =
| section =
| previous = [[
| next = [[
| notes =
}}
{{रामायणम्/सुन्दरकाण्डम्}}
'''श्रीमद्वाल्मीकियरामायणे सुन्दरकाण्डे द्वितीयः सर्गः ॥५-२॥'''
<div class="verse">
<pre>
ततः पक्षिनिनादेन वृक्षभङ्गस्वनेन च ।
बभूवुस्त्राससंभ्रान्ताः सर्वे लङ्कानिवासिनः ।। ५.४२.१।।
|