"लघुसिद्धान्तकौमुदी/चातुरर्थिकप्रकरणम्" इत्यस्य संस्करणे भेदः

चातुरर्थिकाः
 
(लघु) लघुसिद्धान्तकौमुदी using AWB
पङ्क्तिः १:
{{लघुसिद्धान्तकौमुदी}}
 
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अथ चातुरर्थिकाः<BR>
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<B>'''तदस्मिन्नस्तीति देशे तन्नाम्नि॥ लसक_१०५९ = पा_४,२.६७॥</B>'''<BR>
उदुम्बराः सन्त्यस्मिन्देशे औदुम्बरो देशः॥<BR>
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<B>'''तेन निर्वृत्तम्॥ लसक_१०६० = पा_४,२.६८॥</B>'''<BR>
कुशाम्बेन निर्वृत्ता नगरी कौशाम्बी॥<BR>
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<B>'''तस्य निवासः॥ लसक_१०६१ = पा_४,२.६९॥</B>'''<BR>
शिबीनां निवासो देशः शैबः॥<BR>
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<B>'''अदूरभवश्च॥ लसक_१०६२ = पा_४,२.७०॥</B>'''<BR>
विदिशाया अदूरभवं नगरं वैदिशम्॥<BR>
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<B>'''जनपदे लुप्॥ लसक_१०६३ = पा_१,२.५१॥</B>'''<BR>
जनपदे वाच्ये चातुरर्थिकस्य लुप्॥<BR>
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<B>'''लुपि युक्तवद्व्यक्तिवचने॥ लसक_१०६४ = पा_१,२.५१॥</B>'''<BR>
लुपि सति प्रकृतिवल्लिङ्गवचने स्तः। पञ्चालानां निवासो जनपदः पञ्चालाः/ कुरवः। अङ्गाः/ वङ्गाः। कलिङ्गाः॥<BR>
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<B>'''वरणादिभ्यश्च॥ लसक_१०६५ = पा_४,२.८२॥</B>'''<BR>
अजनपदार्थ आरम्भः। वरणानामदूरभवं नगरं वरणाः॥<BR>
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<B>'''कुमुदनडवेतसेभ्यो ड्मतुप्॥ लसक_१०६६ = पा_४,२.८७॥</B>'''<BR>
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<B>'''झयः॥ लसक_१०६७ = पा_८,२.१०॥</B>'''<BR>
झयन्तान्मतोर्मस्य वः। कुमुद्वान्। नड्वान्॥<BR>
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<B>'''मादुपधायाश्च मतोर्वो ऽयवादिभ्यः॥ लसक_१०६८ = पा_८,२.९॥</B>'''<BR>
मवर्णावर्णान्तान्मवर्णावर्णोपधाच्च यवादिवर्जितात्परस्य मतोर्मस्य वः। वेतस्वान्॥<BR>
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<B>'''नडशादाड्ड्वलच्॥ लसक_१०६९ = पा_४,२.८८॥</B>'''<BR>
नड्वलः। शाद्वलः॥<BR>
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<B>'''शिखाया वलच्॥ लसक_१०७० = पा_४,२.८९॥</B>'''<BR>
शिखावलः॥<BR>
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इति चातुरर्थिकाः॥ ४॥<BR>
 
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