"ऋग्वेदः सूक्तं ४.३९" इत्यस्य संस्करणे भेदः
Content deleted Content added
No edit summary |
No edit summary |
||
पङ्क्तिः १२:
दधिक्राव्णो अकारिषं जिष्णोर अश्वस्य वाजिनः |
सुरभि नो मुखा करत पर ण आयूंषि तारिषत ||
*[[ऋग्वेद:]]
|
No edit summary |
No edit summary |
||
पङ्क्तिः १२:
दधिक्राव्णो अकारिषं जिष्णोर अश्वस्य वाजिनः |
सुरभि नो मुखा करत पर ण आयूंषि तारिषत ||
*[[ऋग्वेद:]]
|