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विषयाः |
पृ. |
प.
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[छ] |
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छत्रज्वलने फलम् |
४१७ |
१५
|
छायातो मृत्युविचारः |
५५२ |
७
|
छायाऽदर्शने फलम् |
३१८ |
३
|
छायाद्भुतावर्त्तः |
३१८ |
२
|
छायाफलपाकः |
३१८ |
२४
|
छायावर्णाः |
५५५ |
२१
|
छायाविकारः |
५५१ |
८
|
छायाव्यञ्जकदिग्दाहफलम् |
३१६ |
६
|
छायोत्पातशान्तिः |
३१८ |
२०
|
छिद्रिते सूर्ये शान्तिः |
७०१ |
२
|
|
[ज] |
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जन्मराशितः शुभानि ग्रहस्थानानि |
२७७ |
४
|
जन्मराशिस्थचन्द्रादित्यग्रहणशान्तिः |
८७ |
२६
|
जन्मर्क्षपीडाशान्तिः |
२७१ |
१९
|
जलकेतुलक्षणम् |
१८० |
१८
|
जलकेतोरमृतजस्योदयः |
१८० |
१०
|
जलज्वलनफलम् |
४१७ |
५
|
जलभ्रमणफलम् |
४१० |
११
|
जलवर्णतो विकारः |
४०९ |
१२
|
जलस्य वेलातिक्रमणे फलम् |
४०९ |
१९
|
जलाशयविकारपाकः |
४१५ |
१८
|
जलाशयविकारशान्तिः |
४१३ |
१३
|
" |
७३४ |
१२
|
जलाशयशब्दफलम् |
४१२ |
१५
|
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विषयाः |
पृ. |
प.
|
जलाशयाद्भुतावर्त्तः |
४०९ |
७
|
जलाशये धूमादिविकारः |
४१३ |
२
|
जले छायाऽदर्शने रिष्टम् |
५५३ |
२३
|
जलोत्क्रमगमनफलम् |
४१० |
१५
|
जलोत्पत्तिफलम् |
४१२ |
१२
|
जारद्गवीवीथी |
२४८ |
११
|
जिह्वारिष्टम् |
५३१ |
२२
|
जिह्वाविकारः |
५३९ |
४
|
ज्येष्ठापीडाफलम् |
२४४ |
१४
|
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[त] |
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तमोदिक्पलम् |
३१९ |
१८
|
तमोधूमरजोनीहाराद्भुतावर्त्तः |
३१९ |
२
|
तमोधूमाद्युत्पातफलपाकः |
३२१ |
७
|
तमोधूमाद्युत्पातशान्तिः |
३२० |
२२
|
तयोवर्णविकारः |
३२० |
४
|
तमःफलम् |
३१९ |
४
|
तरु[१]प्रकरणम् |
४४१ |
६
|
तरुविकारपाकः |
७४५ |
२२
|
तामसकीलकादिकेतवः |
५२ |
२२
|
तारकादिपतनविकारः |
६९९ |
२३
|
ताराग्रहणपरिवेषफलम् |
२९४ |
२५
|
ताराफलपाकनिर्णयः |
३४९ |
१५
|
तारालक्षणम् |
३२२ |
१५
|
तिलेतैले फलम् |
४५३ |
२०
|
तुलराशेर्द्रव्याणि |
२८० |
७
|
तूणीराद्बाणोद्गिरणे फलम् |
४७८ |
२
|
तूर्यध्वनिविकारः |
४७० |
३
|
तैलविकारपाकः |
७४५ |
१६
|
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