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विषयाः |
पृ. |
प.
|
धनुर्मूर्छाणानादौ विकारः |
७४८ |
३
|
धनुर्मृगादिसूर्यफलम् |
२२८ |
१७
|
धनुराशेर्द्रव्याणि |
२८० |
२५
|
धिष्ण्यालक्षणम् |
३२२ |
२६
|
धूमविकारपाकः |
७४५ |
१२
|
धूमकेतुलक्षणम् |
१९२ |
१२
|
धूमकेतूदयः |
१९२ |
१०
|
धूमसंवर्त्तकेतुलक्षणम् |
१९१ |
२
|
धूमसंवर्त्तकेतूदयः |
१९० |
१०
|
धूलिवृष्टिः |
३७९ |
१४
|
धेनुरुधिरदोहशान्तिः |
६४३ |
१०
|
धेनुविकृतिः |
६४३ |
२
|
ध्रुवाद्यद्भुतावर्त्तः |
२०२ |
६
|
ध्रुवाशुभलक्षणम् |
२०५ |
२४
|
ध्वजज्वलनविकारः |
४१७ |
१५
|
ध्वजधूमविकारः |
४१८ |
१७
|
|
[न] |
|
नकुलविकारपाकः |
७४३ |
१८
|
नकुलार्थः |
५३६ |
२५
|
नक्तंदिवचारिशकुनाः |
५७८ |
१२
|
नक्षत्रग्रहावरोधकपरिवेषविकारः |
२९२ |
६
|
नक्षत्रतो दिग्देशाः |
२५४ |
३
|
नक्षत्रतो देशविभागः |
२५१ |
२२
|
नक्षत्रपीडाकृदुल्काविकारः |
३३८ |
१९
|
नक्षत्रमण्डलानि |
३८७ |
५
|
नक्षत्रमार्गतारोत्पातशान्तिः |
२५१ |
१४
|
|
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|
विषयाः |
पृ. |
प.
|
नक्षत्रवर्गः |
३३८ |
१९
|
नक्षत्रविशेषे भूकम्पविशेषः |
२८८ |
५
|
नक्षत्रवीथ्यः |
२४८ |
८
|
नक्षत्रोत्पातशान्तिः |
२४७ |
१४
|
नखविकारः |
५४३ |
१३
|
नगरज्वलनविकारः |
४१७ |
२०
|
नपुंसकविहगाः |
५७८ |
२४
|
नपुंसकादिविहगबलवत्ता |
५७८ |
१६
|
नरविकारपाकः |
७४७ |
१५
|
नवमी शान्तिः |
५२१ |
२३
|
नष्टमार्गणादिशकुनविशेषाः |
५८१ |
१३
|
नागरादिग्रहाः |
२१८ |
२०
|
नागवीथी |
२४८ |
८
|
नाडीनक्षत्रपीडाफलम् |
२७० |
१९
|
नाडीनक्षत्राणि |
२६९ |
२
|
नानामृगविहगाद्यद्भुतावर्त्तः |
५८३ |
२
|
नाभसभौममिश्रकाः |
७०८ |
२०
|
नासिकाविकारः |
५३७ |
८
|
नास्तिकप्रचारे शान्तिः |
७३४ |
५
|
निर्घाततिथिफलम् |
३०९ |
१३
|
निर्घातदिक्फलम् |
३०७ |
१३
|
निर्घातनक्षत्रफलम् |
३०९ |
१६
|
निर्घातफलपाकः |
३१० |
२
|
" |
७४४ |
२२
|
निर्घातसमयफलम् |
३०८ |
११
|
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