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विषयाः |
पृ. |
प.
|
रविरश्मिवर्णतः फलम् |
१७ |
२०
|
रविविकारजं निमित्तफलम् |
४२८ |
१०
|
रविं प्रविष्टासु तारासु
|
फलम् |
२२६ |
५
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रवेरुदगादिषु प्रतिसूर्यफलम् |
२८३ |
७
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रवौ वर्षाधिपे फलम् |
२२९ |
८
|
रव्यादिमण्डलगताः केतवः |
१६३ |
२६
|
रव्यादिवर्षाद्भुतावर्त्तः |
२२९ |
२
|
रव्यादिषु वर्षाधिपेषु
|
फलम् |
२२९ |
३
|
रश्मिकेतूदयः |
२६
|
रश्मिदण्डफलम् |
३०३ |
१५
|
रश्मिदण्डशान्तिः |
३०४ |
९
|
रश्मिदण्डाद्भुतावर्त्तः |
३०३ |
१४
|
रश्मिहीनसूर्यादिदर्शनेरिष्टम् |
५२१ |
३
|
रसविकारः शरीरे |
५४७ |
१३
|
रहस्यनक्षत्राणि |
२३७ |
२३
|
राजयक्ष्मादिरोगशान्तिः |
७३३ |
१९
|
राजवेश्मज्वलने फलम् |
४१७ |
७
|
राजाज्ञाभङ्गे शान्तिः |
७३४ |
८
|
रात्रित्रियामदृष्टकेतोः फलम् |
१७५ |
१०
|
रात्रिविभागतः स्वप्नविचारः |
४९४ |
१०
|
रात्रीन्द्रधनुर्दिक्फलम् |
३०१ |
१९
|
रात्रीन्द्रधनुर्वर्णफलम् |
२९८ |
२३
|
रात्रीन्द्रधनुषि विशेषः |
३०२ |
५
|
रात्रौ गृहोपरि शुकशब्दे
|
फलम् |
४६४ |
२२
|
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विषयाः |
पृ. |
प.
|
रात्रौ ताराऽदर्शने फलम् |
२७५ |
१९
|
राशितो दिग्देशपीडफलम् |
२६८ |
७
|
राश्यद्भुतशान्तिः |
२८२ |
१२
|
राश्यद्भुतानि |
२७७ |
४
|
राष्ट्रभेदे शान्तिः |
७३४ |
८
|
राहुग्रहणे विसंवादः |
९० |
२५
|
राहुग्रहणे सिद्धान्तः |
९२ |
१४
|
राहुदिक्फलम् |
६६ |
१६
|
राहुनक्षत्रफलम् |
६५ |
१७
|
राहुपुत्राः केतवः |
१५८ |
७
|
राहुमासफलम् |
८
|
राहुराशिफलम् |
६४ |
१९
|
राहुराशिस्थिते कुजादौ फलम् |
७३ |
८
|
राहुवर्णफलम् |
७० |
१७
|
राहुस्वामिकानि |
५७ |
१२
|
राहूत्पातपाकः |
७४६ |
१३
|
राहूत्पातशान्तयः |
८४ |
२५
|
" |
८६ |
२०
|
राहूत्पाता विहितविशेषशान्तयः |
८५ |
४
|
राहोरद्भुतावर्त्तः |
५४ |
१४
|
राहोः स्वाभाविका वर्णाः |
७३ |
५
|
राहुदर्शने फलम् |
५९ |
९
|
राहुद्भुतम् |
७२२ |
२२
|
राहुद्भुतशान्तिः |
७२३ |
७
|
रिष्टविशेषः |
५१६ |
२३
|
रिष्टस्वप्नाः |
५०५ |
१४
|
रिष्टस्वरूपम् |
५१५ |
२१
|
रुद्रविकारजं निमित्तफलम् |
४२९ |
५
|
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