|
|
अशुद्धिः |
शुद्धिः |
पृ. |
प.
|
कैभर्विद्रा |
कैर्विद्रा |
१७६ |
१६
|
रौगैश्च |
रोगैश्च |
१७७ |
४
|
मायति |
मायाति |
१७८ |
१६
|
पैजाम |
पैताम |
१८० |
२१
|
रोगानां |
रोगाणां |
१८३ |
४
|
दारुणः |
दारुणाः |
१८५ |
९
|
शस्ताँ |
शस्ता |
१९५ |
९
|
तार्त्तः |
तावर्त्तः |
२०७ |
११
|
पनान् |
पनात् |
२०७ |
२०
|
स्यवश्वे |
स्यवश्चे |
२१३ |
४
|
जीते |
जिते |
२१६ |
१५
|
स्वलणै |
सलक्षणै |
२२१ |
४
|
कृत्यादि |
आकृत्यादि |
२२१ |
०
|
अथकृत्या अथाकृत्या |
२२१ |
१४
|
संरत्सर |
संवत्सर |
२२४ |
१७
|
भार्गवत्यरी |
भार्गवव्यति |
२२६ |
७
|
घटसंस्थि |
घटस्थि |
२२६ |
१५
|
वृश्चिकाय |
वृश्चिकाव |
२२७ |
१९
|
वृश्विक |
वृश्चिक |
२२८ |
५
|
गराणि |
नगराणि |
२३४ |
९
|
शष्य |
शस्य |
२३१ |
२३
|
रब्धे |
रब्दे |
२३२ |
२६
|
प्रबल्यं |
प्राबल्यं |
२३६ |
२३
|
पीडेते |
पीडिते |
२३७ |
१४
|
कैकेशः |
कैकशः |
२४२ |
५
|
उभ्यां |
उभाभ्यां |
२४२ |
१६
|
पश्व |
पार्श्व |
२४६ |
१४
|
पुष्पः |
पुष्यः |
२५२ |
९
|
तथैया |
तथैव |
२६१ |
४
|
ऽस्तिगिरी |
ऽस्तगिरि |
२६२१ |
०
|
हिव |
हिमव |
२६४ |
१६
|
क्रौञ्चत्पपर |
क्रौञ्चात्पर |
२६४ |
१६
|
जन्मन्नक्ष |
जन्मनक्ष |
२६९ |
१२
|
|
|
|
अशुद्धिः |
शुद्धिः |
पृ. |
प.
|
लकः |
लकाः |
२७५ |
१
|
लगुरु |
गुरु |
२८४ |
२१
|
शुभवहाः |
शुभावहाः |
२८६ |
१३
|
बृहितः |
बृंहितः |
२८६ |
२२
|
नृपयत्नी |
नृपपत्नी |
२९३ |
१२
|
सपरिषात् |
सपरिवेषात् |
३०० |
१
|
स्थूलकारः |
स्थूलाकारः |
३०४ |
७
|
रुधिक |
रुधिरक |
३०५ |
९
|
नगरातद्भु |
नगराद्भुता |
३०६ |
२७
|
अनेभ्रे |
अनभ्रे |
३०९ |
१८
|
बीजवाय |
विजवाय |
३०९ |
२३
|
वेदूर्य |
वैदूर्य |
३१२ |
९
|
निहार |
नीहार |
३१९ |
१
|
उने |
उक्तस्थाने |
३१९ |
२५
|
निदार |
दिहार |
३२१ |
१०
|
गच्छेन्ती |
गच्छन्ती |
३२५ |
९
|
द्रुपाः |
द्रूपाः |
३२९ |
१८
|
द्रण |
द्रोण |
३३० |
१९
|
संधानय |
संधानाय |
३३७ |
३
|
देस |
देश |
३४३ |
१२
|
लभेनात्र |
लभेतात्र |
३४४ |
१
|
राजरमणा |
राजमरणा |
३४४ |
१६
|
सकोप |
सकोप |
३४५ |
१२
|
निपतनि |
निपतति |
३५० |
३
|
सुर्महा |
सुमहा |
३५१ |
१०
|
नेदं.... |
३स्क, १८अ, ५श्लो. |
३५५ |
२५
|
अथाबृक्षा |
अथाभ्रबृक्षा |
३६० |
२१
|
यात्तम् |
यत्तम् |
३६४ |
२३
|
मायति |
मायाति |
३६६ |
८
|
विद्युस्त |
विद्युत्स |
३६७ |
२३
|
धृयन्ते |
ध्रियन्ते |
३६९ |
२१
|
धरणो |
धारणो |
३७१ |
२२
|
|