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चतुर्वेदकोष | २५८ भर, ( पुं. ) अतिशय बहुत । पालन करने चाला । भरण, (न. ) पोषण । ( स्त्री.) घोंष लता । भरण्यभुज्, ( त्रि. कर्मचारी 1 मजदूरी | पकड़ना । मज़दूर | वैतनिक भरत, (पुं. ) जड़भरत नामक मुनि विशेष | नाट्यशास्त्र और अलङ्कारशास्त्र के निर्माता | भील । दरजी । खेत जुलाहा । राम के भाई जिनका जन्म कैकेयी के गर्भ से हुआ था | नट | दुप्यन्तपुत्र भरत | एक वह राजा जिनके कारण यह वर्ष भारतवर्ष कहा जाता है। भरतखण्ड, (न. ) जम्बूद्वीप के नव टुकड़ों में से एक, जिसे भरत ने प्रसिद्ध किया | भरतवर्ष 1 भरतवर्ष, (न. ) भारतवर्ष । भारतखण्ड । भरताग्रज, ( पुं. ) भरत के बड़े भाई श्रीरामचन्द्र । भरद्वाज, (पुं.) मुनिविशेष | पक्षीभेद । भर्ग, (पुं.) शिव । चमकने वाला पदार्थ | तेज । सूर्यान्तर्गत ईश्वरीय तेज । भागि भल्ल, (पुं. ) रीछ । भालू । अस्त्र विशेष | भव, (पुं.) जन्म उत्पत्ति । भवत्, (त्रि.) आप भवहिश, (त्रि. ) आपके समान । भवानी, ( स्त्री. ) पार्वती । दुर्गा । भवितव्य, ( न. ) अवश्य होने वाला | भवितव्यता, ( स्त्री. ). भाग्य । अदृष्ट | होनहार | A भविष्णु, (त्रि. ) होनहार | भवितव्यता | भविष्य-त्, (पुं.) आने वाला समय । भव्य, (त्रि. ) सुन्दर । होनहार । मङ्गल | शुभ | सत्य । योग्य भष, (क्रि.) भोंकना । भषक, (पुं. ) कुत्ता | भस्, (क्रि. ) चमकना | भस्त्रा, (स्त्री.) फुंकनी । धौंकनी | मसक । भस्मक, ( न. ) रोग विशेष जिसके कारण बहुत सा खाने पर भी भूख बनी ही रहती है। भस्मन्, (न. ) शिवजी को विभूति । भस्मसात् , ( श्रव्य ) पूरी तरह भस्म कर डालना । भादीप्ति, (क्रि. ) चमकना | भा, ( स्त्री. ) चमकना । प्रकाश भाग, ( पुं.) बाँट | अंश प्रकाश । भर्तृ, ( पुं. ) मालिक । पति | राजा । धाता । भर्तृदारक, (पुं. ) राजा का पुत्र भर्तृहरि, ( पुं. ) विक्रमादित्य का बड़ा भाई : एक राजा । भर्त्स, (क्रि. ) झिड़कना । तिरस्कार करना । भर्त्सन, (न. ) तिरस्कार युक्त वचन | भर्मू, (क्रि.) मारना । भर्म, ( न. ) सुवर्ण । मजदूरी । नाभि । सहारा । पालना । भार घर भर्व्, (क्रि.) मारना | भल, (क्रि.) मारना । भल्ल, (क्रि. ) देना । वध करना । निरूपण भागिन्, (त्रि. ) हिस्सेदार करना । भागिनेय, ( पुं. ) भानजा । चाही गयी । एक देश । भाग्य | राशि का तीसवाँ भाग। भागधेय, ( न. ) राजा का कर । सपिण्ड | भागवत, (त्रि. ) अठारह पुराणों से एक पुराण | भगवद्भक्त । वैष्णव । भगवत्सम्बन्धी | भागशस्, (अव्य. ) एक एक भाग का दान | भागहर, ( त्रि. ) अंशमाही । उत्तरा- धिकारी ।