चतुर्वेदकीय | ३६४ सुश्रुत ( पुं. ) विश्वामित्र का पुत्र | एकू मुनि जिसके नाम का एक निसान्थ प्रसिद्ध है । ग्रन्थ विशेष | (नि. ) - मधुर सुश्लिष्ट, (त्रि. ) भली भाँति मिला हुआ | सुषम, ( पुं. ) शोभन । सम । (स्त्री.) बड़ी शोभा | सुषिर, (न. ) छेद | सुरक सुषीम, ( पुं. ) जिसकी अच्छी सीमा है । शीतल स्पर्श । ( नि. ) मनोज्ञ | मनोहर | सुषुप्त (नई) ज्ञानग्य दशा | (नि. ) ज्ञानशून्य अवस्था वाला ● सुति ( स्त्री. ) अवस्था विशेष सुषुम्णा ( सी. ) सूक्ष्मनाड़ी विशेष | सुपेण, (पुं. ) तलका के एक वैध का नाम | राम की वानरी सेना का एक वानर सेनापति । सुष्टु, ( श्रव्य. ) अस्यन्त | प्रशस्त । सत्य । संस्कृत (नि.) अच्छी प्रकार बनाया हुआ। सुसम्पद, ( स्त्री. ) अच्छी सम्पदा | सौभाग्य | (त्रि. ) अच्छी सम्पदा वाला । सुरुध, (त्रि.) नीरोग | सुख । सुस्नात, ( त्रि. ) अच्छे प्रकार महल द्रव्यों से स्नान किये हुए | सुहृद् (पुं. ) अच्छे हृदय वाला | हितकारी मित्र | सुहृदय (त्रि.) अच्छे हृदय वाला | सुहद्दल, (न. ) मित्रबल सू, ( स्त्री. ) प्रसव | क्षेप | भेजना | सूकर, (पुं. ) सूर | कुम्हार | पशु विशेष | सूक्ल, ( न. ) अच्छी वाणी। मंत्रसमूह | सूक्ष्म, (न. ) छल । आत्मा सम्बन्धी पदार्थ | एक प्रकार का अलङ्कार । इमली का पेड़ | (त्रि.) प्रति छोटा | महीन | सूक्ष्मदर्शिन, (त्रि. ) अति पैनी बुद्धि वाला | कुशाग्रबुद्धि । सूत्र सुक्ष्मभूत, ( न. ) पृथिवी आदि मा भूर्ती के प्रेश विशेष | सूक्ष्भला, ( स्त्री. ) छोटी या सफेद इलायची | सूचू, (किं. ) चुगली खाना । सूचक, (त्रि.) चुगलखोर | सूचना देने वाला । ( पुं. ) काक | कुत्ता । बिडाल | पिशाच | बूढ़ा | नाटक में मुख्य नट । सूचन, (न.) मारना । जतलाना | सूण, } ( स्त्री. ) शिखा । सुई । सूचिक, (त्रि. ) दरजी । ( सी. ) हाथी की सूचित, (त्रि. ) कहा हुआ | भारा हुआ | या हुआ | कुक (न. ) हीरा । सूत, ( पं. ) सृथ्र्थ्य | वर्णसङ्कर जो ब्राह्मणी के गर्म और क्षत्रिय के औरस से उत्पन्न हुआ हो । विश्वकर्मा | गाडीवान | बन्दी लोम- हर्पण नामक पुरणिया । ( न. ) पारा | (त्रि. ) भेजा हुआ । उत्पन्न हुथा | सूतजन्दप ( पुं. ) कर्ण राजा । सूति, ( श्री. ) उत्पत्ति । सोमरस निकालने का स्थान | सूतिका, (सी.) नवप्रसूता स्त्री | सूतिफागार, (न. ) प्रसूतागार | सूत्थान, (त्रि.) अच्छे उद्योग वाला | चतुर | काम करने में कुशल सूत्या, (स्त्री.) यज्ञ के थकका स्नान विशेष | सोमरस का पीना | न. त्याशौच, • ) सूतक । जननाशौच । सूत्र, (क्रि.) गाँढना | लपेटना | सूत्र, (न.) मृत | धागा | व्यवस्था | नियम | प्ररताव । प्रसङ्ग । शास्त्र के तच्च को सूक्ष्म- रीत्या दिखाने का नियम सूत्रकण्ठ, (पुं. ) ब्राह्मण कबूतर | सूत्रधार, (पुं. ) मुख्य नट | इन्द्र | शिल्पि- विशेष । एक प्रकार का कारीगर | कई | सूत्रभिद, (पुं.) दरजी
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