पृष्ठम्:ताजिकनीलकण्ठी (महीधरकृतभाषाटीकासहिता).pdf/३०

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(२२ ) ताजिकनीलकण्ठी | · सिंहके ६ अंश पर्यन्त बृहस्पतिकी ६ से ११ लौं शुक्रकी ११ से १८ लौं शनिकी १८ से २४ लौं बुधकी २४ से ३० लौं मंगलकी, और क न्याके ७ अंश पर्यन्त बुधकी ७ से १७ लौं शुक्रकी १७ से २१ लौं बृहस्प- तिकी २१ से २८ लौं मंगलकी २८ से ३० लौं शनिको 'हद्दा' होती है ॥ ३५॥ उपजा० -तुले रसाष्टाद्रिनग क्षभागाः कोणज्ञजीवास्फुजिदारनाथाः।। कीटे नगान्ध्य शरांगभागा भौमास् जिज्ज्ञेज्यशनैश्चराणाम् ॥ ३६॥ तुलाके ६ अंश पर्म्यन्त शनिकी ६ से १४ लों बुधको १४ से २१ लों बृहस्पतिकी २१ से २८ तक शुक्रकी २८ से ३० लों मंगलकी; और वृश्चिकके ७ अंश पर्यन्त मंगलकी ७ से ११लों शुक्रकी ११ से १९ लों बुधकी १९ से २४ लों बृहस्पतिकी २४ से ३० लों शनिको ॥ ३६ ॥ पजा०-चापे रवीष्वंबुधिपंचवेदा जीवास्फुजिज्ज्ञारशनैश्चराणाम् ॥ मृगे नगाब्ध्य युगश्रुतीनां सौम्येज्य कार्किकुजेशहद्दाः ॥ ३७॥ . धनके १२ अंश पर्यंत बृहस्पतिकी १२ से १७ लों शुक्रकी १७ से २१ लों बुधकी २१ से २६ लों मंगलकी २६ से ३० लोंशनिकी और मकरके ७ अंश पर्यन्त बुधकी ७ से १४ लों बृहस्पतिकी १४ से २२ लों शुक्रकी २२ से २६ पर्यंत शनिकी २६ से ३० तक मंगलकी 'हद्दा' होतीहै ३७॥ उपजा० - भेनगांगाद्विशरेषुभागाः ज्ञशुक्रजीवारशनैश्चराणाम् ॥ मीनेकवेदानलनंदपक्षाः सितेज्यसौम्यारशनैश्चराणाम् ॥ ३८ ॥ ^ कुंभके ७ अंश पर्यन्त बुधकी ७ से १३ लों शुक्रकी १३ से २० लों बृह- स्पतिकी २० से २५ लों मंगलकी २५ से ३० लों शनिकी, और मीनके १२ अंश पर्यन्त शुक्रकी १२ से १६ लों बृहस्पतिकी १६ से १९ लों बुधकी १९ से २८ लों मंगलकी २८ से ३० लों शनिकी 'हद्दा' होतीहै ॥ ३८ ॥ उपजा० - त्रिंशत्स्वभे विंशतिरात्मतुंगे हद्देक्षचंद्रा दशकं हकाणे | मुंशद्धहे पञ्चलवा: प्रदिष्टा विंशोपका वेदलवैः प्रकल्प्याः ॥ ३९ ॥