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" | ९ | परिण……..ति | अस्माकं भविष्यति |
" | ९ | प्रोच्य | साक्ष्यं दत्त्वा |
" | ९ | सत्यश्रावणम् | "किमेतत्सत्यम् ?" इत्येवं भावयित्वा यदा पृच्छामि । |
" | १० | निग्रहं | दण्डम् |
४ | २ | शिशुवैराग्यात् | शिशुहेतोरुद्भूताद् वैराग्यात् |
" | २ | कुलीरकः | "केकडा,, इत्यार्यभाषायां प्रसिद्धो जलचरः |
५ | ३ | सत्यानृतम् | सत्येन युक्तमनृतम् । |
" | ४ | प्रक्षिप | क्षिप, विस्तारय |
" | १ | अन्तःपुरे | यत्र राज्ञां स्त्रीजनो निवसति तत्र |
" | १ | विश्वासस्थानम् | विश्वासपात्रम् |
" | १ | मुहुर्मुहुः | वारं वारम् |
६ | २ | शितधारेण | तीक्ष्णेन |
" | ३ | पूर्व……..न | पूर्वजन्मनः संस्काराणां वशात् |
" | ४ | चेटितम् | हुतम् । |
७ | ५ | ध्वांक्षाः | काकाः |
" | ५ | किराताः | वननिवासिनो लुण्टकाः |
" | ६ | मोचयित्वा | उत्तार्य । |
" | ७ | मुञ्चामि | मोचयामि |