पृष्ठम्:भगवद्गीता (आनिबेसेण्ट्, भगवान्दासश्च).djvu/३९३

एतत् पृष्ठम् परिष्कृतम् अस्ति

[ 347 ] सभिविष्ट-xv.15. सन्न्यस्य-iii.30-v. 13-ii. 6-xviii. 57. सन्न्यसन-iii. 4. सन्यास-V. 1. 2.6-vi.2-xviii. 1.2.7.49. °बोण ix.28. सन्न्यासिन्-ri. 1.4-xviii. 12. समचितत्त्व-ziii.9. समदर्शन-ri. 29. समदर्शिन्- -V. 18. समदुःखसुख-ii. 15-xii. 13-ri1.24. समधिगच्छति-ii. 4. समबुद्धि-vi. 9-xii. 4. समलोष्टाश्म-vi.8-~xiv. 24. समवस्था-xiii. 28. समाचर-iii.9. 19.26. समाधि-ii. 44. 53.54. समायुज्-xv. 14. समावृत-vii. 25-xvi. 16. समास-xiii. 3.6. 18-xviii. 50. सर्ग- -v. 19-vii. 27-x.32-xiv. 2. साक्षी-ix. 18. सांख्य-ii. 39-iii. 3-v. 4. 5-iii. 24-xviii. 13. सात्त्विक-vii. 12-xiv. 16-xii. 2. 4. 11. 17.20-xviii.9.20. 23. 26. 30. 33. 37. . साधर्म्य-xiv. 2. साधिभूताधिदैव-vii. 30. साधियज्ञ-vii. 30. साधु-iv. 8-vi. 9-ix. 30. सिद्धि-ii. 49-iii.4-iv. 12.22-vii. 3--xii. 10-xii. l.xvi.