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'वैशेषिक-दर्शन ।
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आकाश, काल, दिशा के | मोक्षके उपायका मतिपादन११४

निष्क्रिय कामादिपादन१०४ सप्तमाध्यायप्रथम आद्विक

गुण आदि के सम्वन्ध(समवाय)| रुप, रस, गन्ध, स्पर्श की उत्पत्ति का कर्म से अजन्य होने का | आदि का प्रतिपादन ११५ प्रतिपादन * ०५ | परिमाण की परीक्षा ११७ गुणों की असमवायि कारणता | आकाश और आत्मा के परि का उपपादन १०५ | माण का प्रतिपादन १२२ षष्ठाध्याय प्रथम आह्निक | मन के परिमाण का प्रतिपा वेदीप्रमाणताकाउपपादन' ०६ सप्तमाध्यायद्वितीय आह्निक धर्म-अधर्म के फलने का नियम १०८ संख्या परीक्षा | का १२३ दान आदे में पात्र अपात्र | पृथक्तत्व की परीक्षा १२३ और हीन मध्यय उत्तम पात्रों | गुण कर्मो में संख्या का अभाव के भेद से फल भेद १०९ | संयोग विभाग की परीक्षा १ ५६ षष्ठाध्यायद्धितीयआकि |

शब्द और अर्थ के सैकेतित

अदृष्ट फल वाले कर्म १११ सम्वन्ध का उपपादन१३७ कर्म में भावना का फळ १११ परत्व अपरत्व की परीक्षा १२९ शुचि अशुचि का निरूपणू १११ समवाय की परीक्षा १३१ राग द्वेष से प्रवृत्ति द्वारा धर्म अष्टमाध्यायप्रथमआह्निक अधर्म की उत्पत्ति का बुद्धि की परीक्षा ' १३२ धर्म अघर्म का फलपुनर्जन्म११ धर्म धर्म ज्ञान की उत्पत्ति का क्रम |