पृष्ठम्:संस्कृतनाट्यकोशः.djvu/८

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समर्पण डा. नगेन्द्र के चरणों में जिनके वदान्य आशीर्वाद ने मुझ जैसे पर:शत लेखको को साहित्य-साधना में प्रवृत्त किया है।