आवडीन प्रवडीनं ( न० ) पक्षी का उड़ान । नीचे की ओर उड़ान । अवतंसः ( पु० ) ) १ हार | गजरा | माला | २ कान अवतंसम् ( न० ()) की बाली । बालीनुमा एक आभू- धण। ३ मस्तक पर पहिनने का गहना मुकुट [ आभूषण। अवतंसकः ( पु० ) कान का आभूषण । कोई भी अवतंसयति ( क्रि०) चाली की तरह इस्तेमाल करना । बाली बनाना । साज | I यवततिः ( स्त्री० ) फैलाव | पसार । बढ़ाव। प्रवत ( च० कृ० ) १ गर्माया हुआ गरम किया हुआ | २ प्रकाशित | उजागर । अवतमसं ( न० ) १ झुटपुटा थोड़ा अन्धकार २ अंधकार | अंधियाला । अवतरः (पु० ) उतार गिराव ध्यवतरणम् (न० ) १ स्नानार्थ पानी में उतरने की क्रिया २ अवतार | प्रादुर्भाव । जन्म-ग्रहण करण वारण करण|३ पार होना उतरना ४ पवित्र स्थान जहाँ स्नान किया जा सके। ५ अनुवाद । भूमिका । दीवाचा ६ उद्धरण | नकल । प्रतिकृति । अवतारः ( पु० ) : उतार । अाई । आगमन । २ आकार: ३ प्रादुर्भाव । किसी देवता का पृथिवी पर जन्मग्रहण करण ४ घाट ५ स्नान करने का पवित्र स्थान | ६ अनुवाद । ७ तालाव। ८ भूमिका | दीवाचा | अवतारक (वि०) [स्त्री० - अवतारिका ] प्रादुर्भूत । अवतरित । अवधारणम् अवतीर्ण ( घ० कृ० ) १ उतरा हुआ। नीचे आया हुआ। २ स्नान किया हुआ। ३ पार किया हुआ। गुजरा हुआ। अघतोका (स्त्री० ) स्त्री या गौ जिसका कारण विशेष वश गर्भश्राव हो गया हो । व्यवतिन् (वि०) विभाजित करने वाला। अवदंश: (पु० ) ऐसा भोज्य पदार्थ जिसके खाने से प्यास बड़े बलवर्द्धक पदार्थ | अवदाघः ( पु० ) 1 उष्णता । २ गर्मी की ऋतु । प्रवदात ( वि० ) १ खूबसूरत | सुन्दर २ साफ | स्वच्छ | बेदाग़ | चिकनाया हुआ। ३ पुण्यात्मा ४ पीला। अवतरणका (सी०) ग्रन्थ की भूमिका | उपोद्धात | अषतरणी ( स्त्री० ) देखो अवतरणिका । अवतर्पणम् ( न० ) शान्त करनेवाला उपाय | अवताड़नम् ( न० ) कुचलन | रुधना | कुचरना । २ मारण। ग्राघातकरण । अवतान: ( पु० ) १ फैलाव | २ झुके हुए धनुष को | यवद्य ( वि० ) १ अधम पापी निन्य । १ सीधा करने की क्रिया | ३ ढक्कन या पर्दा । अवतारणं ( न० ) उतरवाने की क्रिया । २ अनुवाद । ३ किसी भूत प्रेत का श्रावेश ४ पूजन शृङ्गार ५ भूमिका । उपोद्धात । ध्यवदातः ( पु० ) चितरंगा सफेद या पीला रंग । ध्यवदानं ( न० ) १ पवित्र या शास्त्र विहित वृत्ति । २ सम्पादितकार्य | ३ शूरता या गौरवपूर्ण कोई कार्य । शूरता। वीरता । ४ टुकड़े टुकड़े करने की क्रिया । ५ किसी अनौसी कहानी का कोई दृश्य । वारणम् ( न० ) १ चीरन । फाइन। विभाजित करण | खुदाई। टुकड़े टुकड़े करने की किया। २ कुदाल । लकड़ी का फावड़ा । श्रवदाहः (पु० ) गर्मी । उष्णता | जलन । प्रदीर्ण (व० कृ० ) विमुक्त | टूटा हुआ | भग्न | २ पिघला हुआ। ३ हड़बड़ाया हुआ हुआ। दः (पु० ) १ दोहन | दुहना । भटका [ पय | २ दूध गर्हित। त्याज्य । निकृष्ट । कुत्सित 1 (०) अपराध | दोष । त्रुटि । २ पाप । दुष्टकर्म | ३ कलंक | भर्त्सना । अवद्योतनम् (न०) प्रकाश । प्रवधानम् ( न० ) १ मनोयोग | २ मनोयोगता । संलग्नता | सावधानी । । [1] अवधारः (पु०) ठीक ठीक निश्चय थंधेज बंदिश । अवधारण ( वि० ) १ सीमा वद्ध करने वाला। बंधेज बाँधने वाला। अवधारणम् (न०) १ निश्चय | २ डढकरण प्रमाण सं० श० कौ० - १३ -
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