पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१०५

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अवधि अवधि: ( स्त्री० ) १ सीमा । हड़ | पराकाष्टा । २ निर्धारित समय । मियाद | काल घटकाव । ४ नियुक्ति | ५ किस्मत | डिवीज़न | जिला | विभाग | ६ रन्ध | गढ़ा। [ करना। अवधीर ( धा० पर० ) अवहेला करना । बेइज्जत अवधी (न०) अशापूर्वक बर्ताव करने की क्रिया अवधीरणा (स्त्री० ) बेइजती। असम्मान । हार प्रवधूत ( व० क्रि० ) १ हिलाता हुआ । लहराता हुआ । २ खारिज किया हुआ | अस्वीकृत | घृणा किया हुआ |३ अपमानित किया हुआ । नीचा दिखलाया हुआ। ( प्रवधूतः ( प्र०) त्यागी। संन्यासी । प्रवधूननं ( न० ) १ हिलाने की क्रिया । लहराने की क्रिया । २ घबड़ाहट। कपकपी । अवध्य (वि० ) पवित्र | मौत से बरी । अवध्वंस: ( 50 ) त्याग । उत्सर्ग | २ चूर्ण धूल । ३ असम्मान । भर्त्सना । कलङ्क | ४ बुरकाने की क्रिया । अवनं (न. ) १ रक्षण | बचाव १२ प्रसन्नकारक । हर्षप्रद | ३ इच्छा | कामना। ४ हर्षं । सन्तोष । अवनत ( ३० कृ० ) १ झुका हुआ । भुकाये हुए । प्रवनति ( स्त्री० ) सुकाव । २ अस्त होने की क्रिया । ३ प्रणाम । डंडोत ४ ( धनुष की तरह ) झुकने की क्रिया । ५ नम्रता । शील । अवनद्ध ( व० कृ० ) १ बना हुआ | २ खुर्सा हुआ। गड़ा हुआ। बना हुआ। बंधा हुआ। जुड़ा हुआ। अवनद्धम् (न० ) ढोल । ध्रुवनम्र (वि० ) झुका हुआ। नवा हुआ । ष्यवनयः अवनायः (पु०) नीचे को गिराने की क्रिया । २ नीचे उतरने की क्रिया अधःपात करने की क्रिया । श्रवनाट (वि० ) चपटी नाक वाला । अवनामः (go ) झुकाव २ झुकाने की क्रिया | पैरों पड़ने की क्रिया १८ प्रवनिः } ( स्त्री० ) १ भूमि । पृथ्वी जमीन प्रवनी २ नदी । – ईशः, ईश्वरः, नाथः, -पतिः, - पालः, (पु०) राजा नरेश भूपाल । -चर, (वि० ) पृथिवी पर भ्रमण करने वाला। ) अवमास आवारा । तलं. ( न ) ज़मीन की सतह धरातल ।-मण्डलं, (न०) भूगोल । -रूहः- टू, ( पु० ) वृक्ष | पेड़ ! अवनेजनं ( न० ) १ प्रचालन | मार्जन २ श्राद्ध की वेदी पर बिछे हुए कुशों पर जल सींचने का संस्कार | ३ पाय | पैर धोने के लिये जल धोने के लिये जल । अवंतिः, अवन्तिः ) ( स्त्री० ) २ उज्जयिनी या अवंती, व्यवन्ती ) उज्जैन का नाम २ एक नदी का नाम । ( पु० ) और बहुवचन में ) मालवा प्रदेश का तथा उस देश के निवासियों का नाम । अवंध्य (वि० ) उर्वर । उपजाऊ । जो उसर श्रवन्ध्य न हो । अवपतनम् ( न० ) नीचे गिरने की क्रिया | उतरने की क्रिया । अवपाक (वि० ) बुरी तरह पकाया हुआ। अवपातः (पु० ) नीचे गिरने की क्रिया। अधःपात | २ उतार | ३ छिद्र | गढ़ा| ४ विशेष कर वह गढ़ा जो हाथियों को पकड़ने के लिये खोदा जाता है। अवपातनम् (न०) ठोकर लग कर गिरने की क्रिया । ठुकराना। नीचे गिराने की क्रिया पात। अवपत्रित ( वि० ) जातिभ्रष्ट । जाति बिरादरी से खारिज । अवपीड: ( पु० ) १ दवाव । २ एक प्रकार की दवाई जिसे सूधने से छींकें आती हैं। [ वाली वस्तु । अवपीडनं (ज० ) खाने की क्रिया । २ छौंक लाने अवपीडना (स्त्री० ) उत्पात | खण्डन । भञ्जन | श्रवबोध: ( पु० ) १ जागना जाग उठना । २ ज्ञान | ३ सूक्ष्म विवेचना। दिवेक | मतामत | ४ उपदेश । सूचना | प्रवबोधक ( न० ) वाह्यवस्तु का ज्ञान ज्ञान | वोधकः सूर्य २ भाट | बंदीजन ३ शिक्षक | प्रवबोधनम् ( न० ) ज्ञान | प्रतीति । अभंग: 2 ( पु० ) नीचा दिखलाने की क्रिया । अवभङ्गः } जीतने की क्रिया परास्तकरण | अवभासः (पु०) १ चमक दमक प्रकाश २ ज्ञान । अवबोध । ३ दर्शन | प्राकव्य । ३ दैवज्ञान | ४ स्थान पहुँच ५ मिथ्या ज्ञान भ्रम |