श्रवण सवरीण ( वि० ) गिरा हुआ। अधः पतित । घृणित निन्ध | [ बीमार | (०) १ टूटा हुआ | फटा हुआ । २ रोगी । अवरुद्धिः ( स्त्री० ) १ रोक थाम । रुकावट २ घिराउ | ३ उपलब्धि प्राप्ति अवरूप (वि० ) बदशक्क । बदसूरत कुरूप । अवरोचकः ( पु० ) भूख का नाश । अवरोध: (पु०) १ रूकावट | २ समय | ३ अन्तःपुर । हरम। जनानखाना। ४ समष्टिरूप से किसी राजा की रानियाँ । यथा- "शवरोधे महस्पषि ( १०० प्रववरकः । अवलक्षः (पु० ) सफेद रंग | [ हुआ। अवलन (वि० ) चिपटा हुआ सटा हुआ छूता अवलग्नः ( पु० ) कमर कटि देह का मध्यभाग | अवलम्बः ( वि० ) १ नीचे को लटकता हुआ । २ आश्रित | ३ श्राश्रय । शरण | ५ थुनकिया सहारा देने वाली लकड़ी। अवलम्बनम् ( न० ) १ धुनकिया | सहारा । २ सहा- [ हुआ। सना हुआ। अवलिप्त (व० कृ.) १ अभिमानी। क्रोधी | २ पोता अवलीढ ( व० कृ० ) १ स्त्राया हुआ | चवाया हुआ। २ चाटा हुआ । छुआ हुआ ३ भक्षित | नष्ट किया हुआ। यता | मदद | ध्यवरोहणम् (न०) १ उतार गिराव। पतन | २ चढ़ाव । अवर्ण ( वि० ) १ रंग रहित । २ बुरा | कमीना । अवर्णः ( पु० ) १ बदनामी कलङ्क धन्वा । आरोप । इलज़ाम । धिकार । अवलक्ष (वि०) सफेद उज्ज्वल । इसी अर्थ में "वलक्ष" भी आता है। + रामायण | ५ घेरा हाता। बंदीगृह । ६ छेक । मुहासिरा । ७ उढोना ८ कटहरा ६ लेखनी । क़लम । १० चौकीदार । ११ खुखला। गह्वर । अवरोधक (वि०) रोकने वाला। घेरा डालने वाला। अवरोधकः ( पु० ) पहरेवाला । रक्षक | अवरोधकम् (न० ) प्रतिबन्धक । घेरा हाता । अवरोधनम् ( न० ) १ छेक | मुहासिरा | २ रुका- वट ३ अड़चन | रोक । ४ अन्तःपुर | जनानखाना । अवरोधिक (वि० ) रुकावट डालने वाला । अवरोधिकः ( पु० ) जनानी ड्योढ़ी का दरबान ! अवरोधिका (स्त्री० ) अन्तःपुरवासिनी महिला । प्रवरोधिन् (वि० ) १ श्रवृचन डालने वाला । रुकावट डालने वाला । २ घेरा डालने वाला। ध्यवरोपणं ( न० ) उखाड़ डालने की क्रिया | २ नीचे | अवलेपनम् ( न० ) १ उतारने की क्रिया | ३ ले जाने की क्रिया । वचित करने की क्रिया। घटाना २ तैल । तेल । ४ अभिमान | अवरोहः ( पु० ) उतार | काल । २ बेल जो वृक्ष की जड़ से फुनगी तक लिपटी होती है। ३ स्वर्गं । आकाश । ५ वट की डाली। थवलीला (स्खी०) १ खेलकूद | हर्ष | २ अवमानना । अवहेला । तिरस्कार । ( वि० ) अनायास । आसानी । अवलुंचनम् ) ( न ) १ काट डालने की क्रिया | उखाड़ अवलुञ्चनम् । डालने की क्रिया नोंच डालने की किया। २ जड़ से उखाड़ डालने की क्रिया यवलुंठनम् ) ( न० ) 8 ज़मीन पर खुड़कन या अवलुण्ठनम् ) लोटने की क्रिया | २ लूट । प्रवलेख: (पु० ) १ तोड़न | २ खरोचन | छीलन । लेखा ( स्त्री० ) १ रगड़न । २ किसी व्यक्ति को सुसज्जित करने की क्रिया | अवलेपः (पु० ) अभिमान । क्रोध | २ जबर दस्ती। बरजोरी आक्रमण | अपमान ३ पोतने की क्रिया | ४ आभूषय | ५ ऐक्य | सङ्ग । पोतने की क्रिया | सानना । उबटन ३ ऐक्य | मेज | व्यवलेहः ( पु० ) चाटने की क्रिया | २ (सोम जैसा) अर्क। चटनी माजून अवलोकः ( पु० ) १ देखन | २ नज़र | दृष्टि | अवलोकनम् ( न० ) १ देखने की क्रिया | देखभाल । २ जाँच पड़ताल। निरीक्षण | ३ दृष्टि | नेत्र | ४ चितवन टा कित (व० कृ० ) देखा हुआ । अवलोकितम् (न० ) दृष्टि | चितवन । छटा अववरकः ( पु० ) १ छिद्र | रन् | २ की।
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