पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१४३

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( १३६ ) आयत्ति आयत्तिः ( जी० ) १ परवशता | वश्यता २ स्नेछ । ३ सामर्थ्य | ४ सीमा । मर्याद | ५ सुविधा- जनक ६ प्रताप महिमा । ७ चरित्र की दवा || श्रायथातथ्ये (न० ) अयोग्यता । अनुपयुक्तता | | अनौचित्य 1 1 । आयमनम् ( न० ) १ लंबाई विस्तार । २ संचम । थंधन | ३ ( धनुष को ) तानना । [ जालसा | आयत्तकः ( पु० ) अधैर्य अधीरज उतावलापन | द्यायस ( वि० ) लोहे का बना लोहा धातु का | आयसं (१०) : जोहा २ लोहे की बनी कोई भी वस्तु। ५ हथियार | दुःखी । २ आयसी (स्त्री० ) कवच | आयस्त (०० ) १ पीड़ित | कठित चोटिल | २ क्रुद्ध ४ तीक्ष्ण आयानम् ( न० ) आगमन | स्वभाव | मिजाज 1 आयाम: ( पु० ) १ लंबाई २ विस्वार फैलाव । ३ यसरना। आगे बढ़ना | ४ संयम दमन बंद करना । (वि० ) हथियार से जीवन निर्वाह करने वाला | ( पु० ) योद्धा सिपाही । धारण्य श्रायुष्य - ( वि० ) धायु बढ़ाने वाला जीवन की रक्षा करने वाला। जीवनरक्षक । आयुष्यं ( म० ) जीवनी शक्ति | ३ आयुस् (न० ) जीवन जीवन की अवधि २ जीवनी शक्ति । ३ भोजन |[ समास में से का पू हो जाता है। जब सू किसी दीर्घ व्यञ्जन के पूर्व आवे तय हस्व व्यवन के पूर्व सू कार हो जाता है।]--कर, (वि०) उम्र बढ़ाने बाजा ।~-इव्यं ( न० ) घी ।- वेदः ( 5० ) चिकित्सा शास्त्र | -वेदद्वश, वेदिक, पेंदिन, (वि०) थोषधि सम्बन्धी । ( पु० ) वैय। चिकित्सक-शेषः, ( पु० ) १ बचा हुआ जीवन २ जीवन का अन्त । ३ आयु का हास (~-स्तोमः (= आयुष्टोमः ) ( पु० ) यज्ञ जो दीर्घजीवन की प्राप्ति के लिये किया जाता है। - श्रयामवत् (न०) बड़ा हुआ। लंबा । प्रयासः (पु० ) १ उद्योग । २ थकावट | आयासिन (वि० ) १ थका हुआ करने वाला उद्योग करने वाला। आयुक्त ( ० ० ) नियुक्त | नियत | २ संयुक्त आन्त १२ परिश्रम भास। [ सहायक। आयुक्तः ( पु० ) मंत्री । मिनिस्टर | गुमाश्ता । आयुधः (पु०) ) इथियार डाल | हथियार आयुधं (न०) ) तीन प्रकार के होते हैं। एक पीतल । "प्रहरण" जैसे तलवार दूसरा "हस्तमुक्त" जैसे | भारः ( पु० ) १ मङ्गलग्रह । २ शनिग्रह | भारा (खो०) १ मोची की राँपी । २ चाकू | ध्यारक्ष ( वि० ) रचित | आयुधिक ( वि०) आयुध सम्बन्धी प्रायुधिकः (पु० ) योद्धा सिपाही । आयुधिन् ) ( वि० ) हथियार धारण करने वाला घ्यायुधीय ) अथवा हथियार से काम लेने वाला। आयुष्मत् (वि०) १ जीवित | जिन्दा | २ दीर्घजीवी । ध्याये ( अन्ययः ) स्नेहन्यक्षक सम्बोधनात्मक अध्यय आयोगः (पु० ) नियुक्ति । २ किया ३ पुष्प- हार सुवासित द्रव्य | ४ समुद्रतट या किनारा | आयोगवः (पु०) [ खो०- यायोगवी ] वैश्या के गर्भ और शुद्ध के वीर्य से उत्पन्न सन्तान । बढ़ई। घ्यायोजनम् (न०) १ जोड़ना २ ग्रहण करना | लेना | ३ उद्योग प्रयत्न | प्रायोधनम् (न०) १ थुद्ध लड़ाई | संग्राम | २ रणभूमि । I चक्र, भाला, बरडी आदि तीसरा "यंत्रमुक्त" यथा तीर, बन्दूक, तोप। अगारं, यागारं, ( न० ) इथियारों का भाण्डारगृह -जीविन्यारतः ( ५० ) } १ बचाव | पालन | रक्षण । भारता ( श्री० ) ) २ कुम्भसन्धि । ३ सेना। भारतकः ( पु० ) १ चौकीदार संतरी २ देहाती आरक्षिकः । न्यायाधीश। पुलिस | मैजिस्ट्रेटे। आरट: ( पु० ) नट अभिनेता नाटक का पात्र | आर (पु० ) १ पीतक १२ लोह विशेष | ३ कोण । आरं (२०) J कोना ~~कूट: (१०) कूटम् (न०) एक्टर । प्रारणिः (पु० ) यंबदर उल्टा बहाव । आरण्य ( वि० ) [ स्त्री० आरराया, आरण्यी ] जंगली जंगल में उत्पन्न । .