पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१६९

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उत्पीड़नम् उत्पीड़नम् (न० ) दबाव | ताड़न | उत्पुच्छ (वि० ) पूछ उठाये हुए। उत्पुलक ( वि० ) १ रोमाश्रित जिसके रोगटे खड़े हों। २ प्रसन | हर्षित | 1 उत्सम ( वि० ) चमकीला | प्रकाशमान । उत्प्रभः (पु० ) दहकती हुई आग | उत्प्रसवः ( पु० ) गर्भपात या गर्भश्राव । उत्प्रासः ( पु० ) ( १ ज़ोर से फेंकना । २ हँसी उत्प्रासनम् ( न० । मजाक । ३ अट्टहास । ४ उपहास । मज्ञाक। जीट। साना व्यङ्ग्य | उत्प्रेक्षण ( न० ) १ चितवन | अवलोकन | पहचान | २ ऊपर की ओर ताकना । ३ अनुमान | कल्पना | | ( १६२ ) ४ तुलना । उत्मेक्षा ( स्त्री०) १ अनुमान कल्पना क़यास २ असावधानी उदासीनता । ३ अर्थालङ्कार विशेष | इसमें भेवज्ञानपूर्वक उपमेय में उपमान की प्रतीति होती है। उत्प्लवः (पु० ) उछाल | कुदान । फलाँग । छलांग । उत्तवा ( स्त्री० ) बोट । नाव । फिरती उल्लवनम् (न० ) कूद | छलाँग फलांग | उछाल उत्फलं ( न० ) उत्तम फल । उत्फालः ( पु० ) १ उछाल छलांग | फलोंग । वेगवान गति । २ कूदने को उद्यत होने का एक ढंग विशेष | [ स्थान | जल का उत्साहः उत्सन ( व० कृ० ) १ सड़ा हुआ | २ नष्ट किया हुआ | उजाड़ा हुआ । जड़ से उखाड़ा हुआ | त्यागा हुआ | ३ अकोसा हुआ | शापित १४ अप्रचलित । लुप्त | उत्सर्गः ( पु० ) १ त्याग । म्यास २ उड़ेलना । गिराना ३ भेंट दान अर्पण ( करना ) | दे डालना। ४ ध्यय करना । २ छोड़ देना। [ जैसे वृपोत्सर्ग में ] बलिदान । ७ विष्टा या पुरीष का त्याग। (अध्ययन या किसी व्रत की ) समाप्ति। ८ साधारण नियम ( अपवाद का उल्टा ) १० योनि । भग । उत्साद: (पु०) १ नाश । विनाश | २ उजड़न | हानि | हुआ। आकार में पुरना या उसका अच्छा होना ४ चढ़ना । उठना ।५ ऊपर उठाना ऊँचा करना ६ दो बार किसी खेत को अच्छी तरह जोवना। 1 उत्फुल्ल (ब॰ कृ०) १ खिला हुआ । २ बिलकुल खुला | उत्सादनम् (न०) १ नाश । २ सुगन्धि । ३ वाब को हुआ। फैला हुआ | ३ फूला बदा हुआ। ४ उतान लेटा हुआ। उत्फुल्लम् (न०) स्त्री की योनि । उत्सः ( पु० ) चश्मा सोता। श्रोत उत्संगः ) ( पु० ) १ गोद | अङ्क | २ आलिङ्गन उत्सङ्गः ) लिपटाना । चिपटाना। ३ थाभ्यान्तरिक । सामीप्य पड़ोस ४ सतह तल घोर डाल नितंब । ६ ऊपरी भाग चोटी पहाड़ की चढ़ाई ८ घर की छत । उत्संगित | (वि०) १ सम्मिलित | समूह | २ गोद में उत्सङ्गित / लिया हुआ ! गोद का । उत्संजनम् । ( न०) उचाल या लुकान। ऊपर को उत्सञ्जनम् ऊठाने की क्रिया। 1 उत्सर्जनम् (न०) १ स्याग । न्यास परित्याग २ भेंट | पुरस्कार | दान | ३ ( वैदिक ) अध्ययन को स्थगित करना। ४ वैदिक अध्ययन बंद करने के उपलक्ष्य में गृहकर्म विशेष । यह वर्ष में दो बार अर्थात् पूस थौर श्रावण में किया जाता है। उत्सर्पः (१०) ऊपर जाना या ऊपर सरकना। उत्सर्पणम् (न०) | २ फुलाना ३ साँस लेना । उत्सवः ( ५० ) १ मङ्गलकार्य उदाह २ आनन्द । हर्ष ३ उचाई। उच्चस्थान 1४ क्रोध | रोष |२ इच्छा । इच्छा का उत्पन्न होना । —सङ्केतः (बहु- वचन, पु० ) हिमालय पर्वत में रहने वाली एक मनुष्य जाति । 1 उत्सारकः ( पु० ) १ पुलिस का सिपाही । २ चौकी- दार | ३ दरवान द्वारपाल । उत्सारणम् ( न० ) १ दूर हटाना | हटाना। रास्ते से दूर करना । २ अतिथि का सरकार। महमान- दारी । उत्साहः ( पु० ) १ साहस | हिम्मत २ उमङ्ग । उधाह। जोश। हौसला | ३ इद अध्यवसाय ४ दृढ़ सङ्कल्प पराक्रम ५ शक्ति । सामर्थ्य ६ छता बल। -वर्धनः, ( पु० ) वीर रस