उपशिक्षा उपशिक्षा ( स्त्री० ) ) अध्ययन अध्यापन उपशिक्षणम् (न०) ) पढ़ाना उपशिष्यः (पु० ) शागिर्द का शागिर्द । शृङ्गार सजावट। उपशोभनम् (न०) उपशोमा ( स्त्री० ) उपशोषणम् (न० ) सूख जाना। मुरझा जाना । उपश्रुतिः ( स्त्री० ) १ सुनना । श्रवण करना । वह दूरी जहाँ सुन पड़े। २ प्रतिज्ञा | स्वीकृति | उपश्लेष: ( पु० ) } १ संसर्ग २ आलिङ्गन | उपश्लेषणम् ( न० ) ” उपश्लोकयति ( क्रि० ) श्लोक बना कर प्रशंसा ● ( १७५ ) उपसर्ग पढ़ना । | उपसंग्रहः ( पु० ) १ १ आनन्दित रखना । निर्वाह उपसंग्रहणम् (न०) ) करना । किसी को खाने पीने आदि की आवश्यकताओं का प्रबन्ध कर देना ।२ प्रणाम | बाप्रदव सलाम। प्रणाम के लिए चरणस्पर्श । ३ अंगीकार करण । ४ विनम्र आवेदन | विनय |५ एकत्र करण । जमर करना। संयोग करना। मिलाना । ६ ग्रहण करना उपकरण १ करना ! उपसंयमः ( पु० ) दमन करना रोकना चश- वर्ती करना। बांधना। २ प्रलय। संसार का नाश । उपसंयोगः ( पु० ) : गौण सम्बन्ध | २ सुधार | उपसंरोहः ( पु० ) साथ साथ उगना या किसी के ऊपर उगना । उपसंवादः (पु० ) इकरारनामा प्रतिज्ञापत्र | उपसंव्यानम् ( न० ) भीतर अर्थात् कपड़े के भीतर पहिना जाने वाला कपड़ा । कुर्त्ता, धनियाइन आदि । उपसंहारणम् (न०) १ वापिस ले लेना। फेर लेना। छीन लेना | २ रोक रखना | ३ छेक देना | ४ धाक्रमण करना। हम्ला करना। उपसंहारः (पु०) १ मिला देना। संयोग कर देना २ वापिस लेना या रोक रखना । ३ समारोह | संग्रह | समास करना। खत्म करना । समाप्ति । ४ भाषण का अन्तिम भाग जिसमें व्याख्यानदावा अपने व्याख्यान का प्रभाव सहित संक्षेप वर्णन करता है । ५ सारांश सारसंग्रह | ६ संचितता ७ पूर्णता ८ नाश । मृत्यु | १ हम्ला आक्रमण । उपसंक्षेपः ( पु० ) सार। संक्षेप सारांश । उपसंख्यानम् (न०) १ जोड़ जमा र अतिरिक्त योग या वृद्धि | यह शब्द प्रायः कात्यायन के वार्तिक के लिये प्रयुक्त होता है, जिसमें पाणिनी की छूटों की पूर्ति की गई है। उपसत्तिः ( स्त्री० ) १ संयोग | सम्बन्ध | २ सेवा | पूजा परिचर्या ३ दान चढ़ावा भेंट | उपसद (पु०) १ समीप गमन २ दान उपसदनम् ( न० ) १ समीप जाना होना २ गुरु के चरणों में बैठना। शिष्य बनना २ पड़ोस । सेवा | भेंट समीपवर्ती उपसंतान: ( 50 ) उपसन्तानः ( पु० ) 5 १ निकट सम्बन्ध । २ सन्तान । [ देना | उपसंधानम् ( न० ) ) मिलावट | जोड़ | उपसन्धानम् ( न० उपसंन्यासः ( पु० ) रख देना। त्याग देना छोड़ उपसमाधानम् ( न० ) जमा करना । ढेर करना । उपसंपत्तिः ( स्त्री० 1 १ समीप आगमन २ श करना ठहराव ठहराना । उपसंपन्न: ( 50 ) } १ प्राप्त ।२ धाया हुआ । उपसम्पन: (च० कृ० ) ) धागत | ३ स्वत्व प्राप्त । ४ वलि में मारा हुआ ( पशु ) । मसाला चौंक बघार उपसंपन्नम् ( न० ) उपसम्पन्नम् ( न० ) उपसंभाषः ( पु० उपसम्भाषः ( पु० ) उपसम्माषा (स्त्री०) उपसंभाषा ( श्री० ) १ वार्त्तालाप | २ प्ररोचना । प्रवर्त्सना | उपसरः ( पु० ) १ समीप जाना २ गौ का प्रथम गर्भ | "गवामुपसरः ।” [ होना। उपसरणम् ( न० ) १ सरफ जाना । २ शरणागत उपसर्गः ( १० ) १ बीमारी । रोग । बीमारी के कारण शारीरिक परिवर्तन ।२ विपत्ति | संकट | चोट | उत्ति । ३ अशकुन । उपद्रव । देवी उत्पात। ग्रहण ५ मृत्यु का पूर्व लक्षण | वह शब्द या अव्यय जो केवल किसी शब्द के पूर
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