अजि ३ इन्द्रिय कोई पदार्थ ४ पवन | हवा ५ सेंद्रक | प्रजिरा (स्त्री०) १ एक नदी का नाम । २ दुर्गा का | अज्ञेय ( वि० ) जो जाना न जा सके। बोधगम्य | नाम | ज्ञानातीत । अजि (वि०) १ सीधा २ ईमानदार अजिहाः ( पु० ) मेंढ़क अजिहाग ( वि० ) अपनी सीध में जाने वाला। ( पु० ) तीर | बाण | प्रजिहः (पु० ) क अजीक (न० ) शिव जी का अनुप अजीगतः ( पु० ) सर्प २ उपनिषद् तथा पुराणों में वर्णित शुभःशेष के पिता का नाम । अजीर्ण (वि०) न पचा हुआ। अजीर्णम् (न० ) अजी मन्दाशि। बदहजमी । अध्यसन (स्त्री० ) अपच २ वीर्य शक्ति पराक्रम | ओजस्विता । जीर्णता का अभाव | अजीव (दि० ) मृत | मरा हुआ। मृतक जीवः (पु० ) मृत्यु । मौत | यजीवनिः ( स्त्री० ) मृत्यु । ( इसका व्यवहार प्रायः अकोसने में होता है। यथाः- "अजीवनिस्ते शठ भूयात् ।" -सिद्धान्त कौमुदी। A अजेय (वि० ) जो जीता न जा सके। जीतने के अयोग्य कपा (पु० ) पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र २ रुद्र विशेष की उपाधि | अञ्जलिः प्रज्ञानम् (न० ) ज्ञान का प्रभाव | जड़ता। सुर्खता । मोह। धजानपन | २ श्रविद्या | अज्ञात (वि० ) अविदित। अनजाना हुआ। अपरि- चित। अप्रकट नमालूम प्रज्ञान ( वि० ) १ ज्ञानशून्य । गँवार । मूर्ख | ~~प्रभवः ( पु० ) अज्ञान से उत्पन्न । - प्रभवी (वि० ) मूर्ख। अविद्वान् । च, (धा० उभय०) [अंचति-ते, पानश, अक्रितुं अच्यात् या अंच्यात्, प्रक्त या अञ्चित ] १ मोड़ना, उमेठना । भुफाना । यथा “शिरोधित्या " ( भडीकान्य ) २ जाना। हिलना तुलना। मिलना। ३ पूजन करना। सम्मान करना। भूषित करना । ४ याचना करना प्रार्थना करना | अभिलाषा अस्पष्ट शब्द कहना | गुनगुनाना ( निज० ) प्रकाशित करना । खोलना | करना। २ भुनभुनाना अंचलः (50) अञ्चलः (पु.) अंचलं (न०) अञ्चलम् (न०) अंत | (वि०) 1 मुड़ा हुआ, कुफा हुआ। २ सम्मा- अञ्चित् । नित। प्रतिष्ठित | ३ सिला हुआ। बुना हुआ | ( किनारा छोर। J अंजनम् । ( न० ) १ फजख | २ अञ्जनम् ३ साअन ४ स्याही | ६ रात्रि । ( पु० ) दिमान विशेष । अंजनकेशी व्यन्जनकेशी अंजना अञ्जना इसे हरविलासिनी कहते हैं। ( स्त्री० ) एक सुगन्धद्रग्ध विशेष, जिसे स्त्रियों बालों में लगाती हैं। सौवीर । अग्नि । का (स्त्री० ) १ (नाटकोक्ति में ) वेश्या | अज्जूका २ बड़ी बहिन जी की माता का नाम । अवलं ( न० ) १ ढाल २ दहकता हुआ अंगारा अंजनाधिका । ( स्त्री० ) काजल से भी बढ़ कर अनाधिका काला एक फीट विशेष । ध्यक्ष (वि० ) जड़ । अनपढ़। अविवेकी मूर्ख || अंजनावती | ( स्त्री० ) सुप्रतीक नामक दिग्गज ज्ञानशून्य अनुभवशून्य । अञ्जनावती काला है। की हथिनी । इसका रंग बहुत अंजनी (स्त्री०) एक वानरी का नाम हनुमान ( स्त्री० ) गन्ध पदार्थों को लेपन करने योग्य स्त्री कटुक वृक्ष कालाअन हुए दोनों हाथ। दोनों कर. या मिलाकर सं० श० कौ०-३ अंजलिः ) ( पु० ) जुड़े अज्ञ्जलिः | हथेलियों को जोड़
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