पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२६५

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कौशलिक कौशलिकं (न० ) घूँस । रिश्वत । कौशलिका, कौशिली (स्त्री०) १ भेट | चढ़ावा | २ कुशलप्रश्न | बधाई । कौशलेयः ( पु० ) कौशल्यानन्दन श्रीरामचन्द्र जी । कौशल्या ) ( स्त्री० ) महाराज दशरथ की महारानी कौसल्या) और श्रीरामचन्द्र जी की जननी । कौशल्यायनि: (पु०) कौसल्यानन्दन श्रीराम । कौशांबी ( स्त्री० ) दुधाव में अवस्थित एक प्राचीन नगरी का नाम । ऋतुः ( पु० ) १ यज्ञ | २ विष्णु की उपाधि । ३ दस प्रजापतियों में से एक | ४ प्रतिभा । ४ शक्ति । योग्यता उत्तमः, ( पु० ) राजसूय यज्ञ | वह द्विष. (पु० ) राक्षस | दैत्य । -ध्वंसिन्. ( पु० ) शिवजी की उपाधि । - पतिः, (पु० ) यज्ञकर्त्ता - पुरुष:, ( पु० ) विष्णु की उपाधि | -भुज्, ( पु० ) ईश्वर । - राजू ( पु० ) १ यज्ञों के प्रभु | २ राजसूय यज्ञ । कौशिक (वि०) [स्त्री -कौशिकी] १ ग्यानदार । भ्यान में रखा हुआ | २ रेशमी । - रातिः, कथ् ( धा० परस्मै० ) [ कथति, कथित ] घायल अरः (पु० ) काक। कौश्रा । -फलः, (पु० ) नारियल का पेड़ । - प्रियः, (पु० ) श्री रामचन्द्र जी की उपाधि । करना । चोटिल करना। मार डालना। ऋथकैशिकः ( पु० बहुवचन ) एक देश का नाम । “प्रयेश्य ऋथ कैशिकामां” | रघुवंश | ( २५८ ) कौशिकः ( पु०) १ विश्वामित्र | २ उल्लू । ३ कोश- कार । ४ गूदा मिगी । सत सार ५ गूगल ६ न्योला । ७ सपैला | सौंप पकड़नेवाला । ८ शृङ्गार | ९ गुप्त धन जाननेवाला । १० इन्द्र | कौशिका (स्त्री०) कटोरा । प्याला । कौशिकी (स्त्री०) १ बिहार की एक नदी का नाम दुर्गादेवी का नाम । ३ चार प्रकार की नाट्यशास्त्र की वृत्तियों में से एक वृत्ति । सुकुमारार्थसन्दर्भ कौशिकी सालु कथ्यते । -साहित्यदर्पण | कौशेयम् ) ( न० ) १ रेशम | २ रेशमी वस्त्र | ३ कोषेयम् । लहँगा । कौसीद्यं (न०) सूदखोरी। २ सुस्ती। अकर्मण्यता । काहिली। परिश्रम से अरुचि । कौसृतिकः ( पु० ) १ छलिया। धोखेबाज़ | बद- माश 8 मदारी ऐन्द्रजालिक | कौस्तुभः ( पु० ) समुद्रमन्थन के समय प्राप्त एक मणि, जिसे भगवान विष्णु अपने वचस्थल पर धारण करते हैं।--लक्षगाः, - चक्षस, (पु० ) - हृदयः, (पु०) विष्णु भगवान् की उपाधियाँ । क्रूयू ( धा० आत्म० ) [क्रयते] १ कर कर शब्द करना । २ डूबना । ३ भींगना । क्रकचः ( पु० ) धारा-च्छदः ( पु० ) केतकी वृक्ष | -पत्रः, ( पु० ) साल का वृक्ष ।- पादू, ( पु० ) – पादः, (पु०) विस्तुइया | छिपकली । 6 करः ( पु० ) 8 मनुष्य | ४ रोग क्रम तीतर । बीमारी । २ आरा । ३ निर्धन कथनम् ( न० ) हत्या। कल्लाम। कथनकः ( पु० ) ऊँद कंदू ) (धा० परस्मै० ) [ कन्दति, क्रन्दित] १ रोना । कन् । आँसू बहाना। २ बुलाना | पुकारना । क्रंदनम् क्रन्दनम् कदितं कन्दितं ( न० ) १ रोदन | रोना। बिलाप | २ पास्परिक ललकार | क्रम् (धा० उभय ० ) पर [ कामति, कामते, काम्यति, क्रान्त ] १ चलना फिरना। पदार्पण करना। पैर रखना जाना।२ समीप जाना ३ गुजरना | निकल जाना। ४ कूदना फलांगना उचुलना । २ चढ़ना। ऊपर जाना ६ ढकना । छेकना । कब्जा करना । अधिकार जमाना भरना ७ आगे निकल जाना। बढ़ जाना ८ योग्य होना। किसी काम को हाथ में लेना ६ बढ़ना । १० पूरा करना । सम्पन्न करना । ११ स्त्रीमैथुन करना | क्रमः ( पु० ) १ पंग, कदम २ पैर | ३ गमन । अग्रगमन 1 मार्ग | ४ अनुष्ठान | आरम्भ । ५ सिलसिला । ६ तरीका ढब ७ पकड़ |८ जान- वर की एक प्रकार की उस समय की बैठक विशेष, जब वह उछल कर किसी पर आक्रमण करना चाहता है। दबकन | 8 तैयारी। तत्परता । १० भारी काम। जोखों का काम | ११ कर्म |