चतुर ( गजशाला | चतुरं ( न० ) १ धातुर्थ पटुता । निपुणता । २ [ ( 50 ) संन्यासाश्रम चतुर्थ (वि०) [स्त्री०-~चतुर्थी] चौधा-याश्रमः चतुर्थ ( न० ) चौधाई | चतुर्थाश चतुर्थक (वि०) चौथा | चतुर्थक: (पु० ) चौथिया ज्वर चतुर्थी (स्त्री० ) १ चौयतिथि | २ कारक विशेष - कर्मन्, ( न० ) विवाह में एक कर्म विशेष जो चतुर्थ दिवस किया जाता है। चतुर्धा ( अन्यथा० ) चार प्रकार से चार गुना | चतुष्कम् (न० ) : चार का समूह २ चौराहा । ३ चौफोन आँगन चार खंभों पर टिका हुआ बड़ा कमरा चौहारी। चतुष्की (स्त्री० ) १ चौकोन बड़ी पुष्करिणी । २ मसतरी। मच्छरदानी | चतुष्टय (वि० ) [ स्त्री०-चतुप्रयी ] चारगुना । चतुष्टयम् ( न० ) : चार का समूह | २ चौकोन । चत्वरं ( न० ) १ चबुतरा | आँगन | २ चौराहा | ३ समथर भूमि जो यज्ञ के लिये तैयार की गयी हो। चत्वारिंशत् ( श्री० ) चालीस । ४० । चत्वालः ( पु० ) 1 हवनकुण्ड | २ कुरा ३ गर्भाशय चद् (धा० उभय० ) [ चदति, चढ़ते ] माँगना । याचना करना । चदिः ( ५० ) १ चन्द्रमा १२ कपूर | ३ हाथी । ४ सपै । चन (अव्यया० ) [ च+न ] और नहीं । चंद } ( घा० परस्मै० ) [चन्द्रति चन्द्रित ] : चमकना | २ प्रसन्न होना। चन्द् चंदः ( पु० ) १ चन्द्रमा २ कपूर | (१०) चन्दन । सुगन्बद्रव्य विशेष - अवलः, - गिरि, अद्रि (पु० ) मलयपर्वत उदकं ( न० ) चन्दन मिश्रित जत- पुष्पं ( स० ) लवंग। लौंग | चंदनः चन्दनः चंदनम् चन्दनम् चंदिरः चन्दिर: } (पु० ) १ हाथी । २ घरमा । चंद्रः ) ( पु० ) चन्द्रमा | चाँद | २ चन्द्रग्रह | ३ कपूर मयूरपंख में की चन्द्रिकाएँ । २ ३०६ ) चन्द्रः जल ६ सुवर्ण। [ चन्द्र जब समासान्त शब्दों के धन्त में आता है, तब इसका अर्थ प्रख्यात या आदर्श होता है। यथा दुरुपचन्द्र अर्थात सर्वो स्कृष्ट या धादर्श पुरुष ] - (पु० ) चन्द्र की किरण-अर्धः, (पु० ) आधा चम - पालजः औरसः, -अः, -जातः, - तनयः, -नन्दनः पुत्रः ( पु० ) बुध ग्रह -शाननः, ( पु० ) कार्तिकेय आपीडः - J 1 ( 50 ) शिव 1- ग्राहयः (पु० ) कपूर- इष्टा, ( स्त्री० ) कमल का पौधा कमोदिनी के पुष्पों का समूह /-उपलः, ( पु० ) चन्द्र- कान्त मदि - कान्तः, ( पु० ) चन्द्रकान्त मणि कला, ( सी० ) चन्द्रमा का एक अँश -कान्ता, ( स्त्री० ) १ रात २ चाँदनी - कान्तिः ( स्त्री० ) चाँदनी । ( न० ) चाँदी - क्षयः, (पु० ) अमावास्या 1-गोलः, ( पु० ) चन्द्रलोक - गोजिका ( खी० ) चाँदनी--प्रणम् (न० ) चन्द्रमा का ग्रहण | -चञ्चला (स्त्री०) एक प्रकार की छोटी मछली । -चूड:-मैलिः - शेखरः ( पु० ) शिवजी की उपाधियाँ --दाराः, (पु० बहुवचन ) २७ नक्षत्र जो दक्ष की कन्याएं हैं, चन्द्रमा की स्त्रियाँ हैं। घुतिः (पु० ) चन्दन काट । ( श्री० ) चाँदनी ।-नामन, ( पु० ) कपूर -- पाद, ( पु० ) चन्द्र किरण --प्रभा, (स्त्री० ) चाँदनी-बाला, (स्त्री०) १ बड़ी इलायची २ चाँदनी 1-बिन्दु (पु० ) चिन्ह विशेष ( ँ )।-सरूमन, ( म० ) कपूर 1-भागा, ( श्री० ) दक्षिण भारत की एक नदी का नाम । -भासः, (पु० ) तलवार 1-2 -भूति, ( न० ) चाँदी । - मणिः, (पु०) चन्द्रकान्त मणिरेखा - लेखा (स्त्री) चन्द्रमा की कक्षा-रेयुः, ( पु० ) ग्रन्थचोर | लेखचोर। - जोकः, (४०) चन्द्रमा का लोक 1-लोहकं,-लोहं,- जौहर्क, ( म० ) चाँदी /- वंशः ( पु० ) भारतीय प्राचीन प्रसिद्ध राजवंशों में से एक चन्द्रवंश/-वदन. ( वि० ) चन्द्रमा जैसे मुख वाला 1-घतं, (न० ) एक प्रकार का व्रत । 1- + -
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