ऊँ ४ (नधित इनज़ीर | निर्दिष्ट शिर्वाद। महलकामना । धति (भू० का० ० ) : ठहरा हुआ बसा हुआ। २ नियुक्त देखरेख में आतङ्कित । स्थापित निर्वाचित | ३ रक्षित | अधिकार में प्रभावान्वित अधीकारः देखो “ अधिकार । 39 - स्वागत स्वानोकामय" -कुमारसम्भव । धोतिन् (वि०) सुपठित । भलीभाँति पड़ा हुआ। अधीतिः (स्सी०) अध्ययन पाठ २ स्मृति स्मरणशक्ति याददाश्त अधीन (वि०) आश्रित मातहत | वशीभूत | अधीयानः ( वि०) रन । विद्यार्थी छात्र जो वेद पढ़ता देर | अधीर (वि०) 1 भी डरपोंक। कायर | २ घवदाया हुआ | उत्तेजित | उद्विग्न व्याकुल विह्वल | ३ चंचल अस्थिर बेसव उतावला। अधोरा ( स्त्री० ) १ बिजली विद्युत २ कलह- प्रिया स्त्री । अधुना ( अन्यथा० ) सम्पति । इस समय । श्रय | आजकल । अधुनातन (वि०) [श्री०-प्रधुनातनी] आधुनिक । अर्वाचीन । अध्यवसाय. २ असुख ३ चंचलता । दृढ़ता का अभाव | वाहतुरता। अधूमकः (१०) जलती हुई आग जिसमें पुधा न हो। स्प्रवृतिः ( स्त्री० ) : धृति का अभाव । अधीरता । प्रहृष्य (वि०) १ दुर्जेय | जिसके समीप कोई न पहुँच सके । २ शर्मीला | ३ अभिमानी। गर्वीला | अधोऽक्ष अधोंऽशुक देखो "अघल्" धांजः (go ) परमा | २ विष्णु | ज्ञानी । जीवन्मुक्त | (अध्यक्ष (वि०) इन्द्रियगोचर |२ व्यापक | विस्तृत | अध्यक्षः (पु०) १ देखरेख करने वाला। किसी विषय का अधिकारी पर्यवेचक । व्यवस्थापक | २ सीरिका I अधोवासः (पु०) सुरत | दोग़ा। अध्यधीन ( वि० ) नितान्त अधीन | निपट वशवर्ती | विका हुआ दास । जन्म का दास । अधोशः (पु०) स्वामी । मालिक। सरदार राजा | (५०) मालिक | स्वामी। (२) भूपति राजा । अधिपति । अध्ययः (पु) विद्या अध्ययन स्मरणशक्ति | अध्ययनम् (न०) १ पढ़ना (विशेष कर वेदों का) अर्थ सहित अक्षरों को ग्रहण करना २ माह्मणों के प्रधोष्ट (वि.) अवैतनिक ! सत्कारपूर्वक किसी व्यापार | अध्यधं (दि०) वह जिसके पास अतिरिक्त आधा हो । शास्त्र विहित पट् कम्मों में से एक। में नियुक्त | सविनय प्रार्थित । अधीः (०) अवैतनिक पद या कार्यं । अध्यवसानम् (न०) उद्योग निश्चय (भकृत और अमकृत की ) इस प्रकार की पहचान जिससे यह बोध हो जाय कि एक दूसरे में सम्पूर्णतः लीन हो गया। अध्यतरं (न० ) श्रोङ्कार । अध्य(अध्यया०) विवाह के समय हवन करने के अभि के समीप या ऊपर। (न०) स्प्रीधन | वह धन जो वर को अग्नि की साक्षी में वधु के माता पिता देने हैं। अध्यधि (अव्यया० ) ऊपर | ऊंचे पर अध्यधिपः (०) बुरी बुरी गालियों । अत्यन्त कुत्सित कुवाव्य उम्र भर्त्सना । अध्यवसायः ( पु० ) १ उद्योग १२ दृढ़ विचार । सङ्कल्प १२ बुद्धि सम्बन्धी व्यापार | ३ किसी पदार्थ का ज्ञान होने के समय रजोगुण और तमोगुण की न्यूनता होने पर जो सत्वगुणा का प्राथुर्भाव होता है उसे अध्यवसाय कहते हैं। ४
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