तान्त्रिक - फूल अश्मन्, ( पु० ) पद्मरागमणि - उपजीविन ( पु० ) ताँबे की चीज़े बनाने वाला श्रोष्टः (पु० ) लाला ओठों वाला । -कारः, कुछः ( पु० ) कसेरा उठेरा - कृमि:, ( पु० ) इन्द्रगोप कीट। 'वीरबहूटी।- गर्भम्, (न०) तूतिया /-चूड:, ( पु० ) मुर्गा / -- त्रपुजं, (न० ) पीतल दूर (पु०) लालचन्दन ।-पत्र, (पु०) -पत्रं, (न. ) तात्रपत्र जिन पर दान दी हुई वस्तुओं के नाम दानदाता का नाम और दानग्रहीता का नाम खोदा जाता थाप (स्त्री) मलयाचल से निकलने | वाली एक नदी का नाम 1-पल्लवः ( पु० ) अशोकवृष /--लिसः, ( पु० ) एक प्रदेश का तारका ( खी० ) १ सितारा । नक्षत्र | २ धूमकेतु ३ आँख की पुतली | तारकिणी (स्त्री० ) रात जिसमें आकाश के तारे देख पढ़ें । तारकित (वि० ) नक्षत्रों वाला मात्र विजड़ित -लिताः, (पु० ) ( बहु० ) ताम्रलिप्त | तारणः ( पु० ) नौका | बेदा | तारणं ( न० ) १ पार होना । २ बचाना | जुड़ाना । तारणिः ) तारणी ) ( पु० ) बेड़ा ( नाव : तारतम्यं ( न० ) न्यूनाधिक्य कमज्यादा । थोड़ा बहुत। भेद | अन्तर | तारलः ( पु० ) लंपट मनुष्य | कामुक| तारा (सी० ) १ तारा या नक्षत्र २ स्थिर नक्षत्र | ३ आँख की पुतली | ४ मोती | ५ वालि की स्त्री का नाम । ६ बृहस्पति की स्त्री का नाम । ७ हरिशन्द्र राजा की रानी का नाम । --अधिपः, -आपीडा, पतिः, (पु० ) चन्द्रमा पथः (go ) आकाशमण्डल आकाश - भूषण, ( स्त्री० ) रात 1-मराडलं, (न० ) १ खगोल । २ आँख की पुतली-मृगः, (पु० ) मृगशिरसू नचन्न । तारिकं ( न० ) भाड़ा । किताया। उत्तराई । तास्ययम् ( न० ) १ जवानी । युवावस्था । २ ताज़गी। टटकापन | ग्रह | २ वालिपुत्र अङ्गद की तारेयः (5० ) उपाधि | ( ३१३ ) देश का राजा या इस देश के अधिवासी -- वृक्षः (पु.) चन्द विशेष रात्रिक ( वि० ) [ स्त्री० - ताम्रिकी ] ताँबे का बना हुआ। किः ( पु० ) उठेरा । कसेरा | यू ( घा० आत्म० ) [तायते. तायित] १ फैलाना । बढ़ाना। अविछिन पंक्ति में आगे बढ़ना । २ २ रक्षा करना | बवाना | चार (वि० ) १ ऊँचा | २ उच्चस्वर ३ चमकदार चमकीला ४ उत्तम । श्रेष्ठ र स्वादिष्ट । -अनः, - अरिः ( पु० ) लोहभस्म जो दवा के काम में आवे-पतनं, (न० । नक्षत्रपात उल्कापात --पुष्पः, ( पु० ) कृन्व या चमेली की बेल । - वायुः, ( पु० ) सन् सन् करती हुई हवा । - शुद्धिकरं, (न० ) सीसा। सीसक। -स्वर, ( वि० ) खर आवाज वाला ।- -हारः, ( पु० ) | १ मोती का हार । २ दमकता हुआ हार । रः ( 50 ) १ नदीतट | २ मोती की | ३ | सुन्दर था बड़ा मोती ४ उबस्वर । ताक्ष्यः १ 1 तारक (वि० ) [खी० -तारिका] १ ले आने वाला। पारकरैया २ रक्षक बचाने वाला उद्धारक तारकः (पु. ) १ खिवैया राहवतैया २ बचाने वाला छुड़ाने वाला । ३ एक दानव जिसे कार्तिकेय ने मारा था । ( पु० न० ) बेड़ा | घनौटी। (न० ) १ आँख की पुतली आँख २ – जित्, ( पु० ) कार्तिकेच का नाम । न्यायदर्शनवेत्ता | २ विद्वान् । चाँदी । २ आँख की पुतली | तादर्यः ( पु० ) १ गरुड़ | २ अरुख ३ गाड़ी ४ धोदा ५ सर्प ६ पक्षी ध्वजः ( पु० ) विष्णु-नायकः, (पु० ) गरुन । सं० श० को०- ४२ गरं ( ० ) } १ ग्रह या नपत्र | २ कपूर | (न०) | तार्किकः ( पु० ) रः (पु० ) ) ( यह पुलिङ्ग भी है ) | ३ मोती । ( यह स्त्री- लिङ्ग भी है ) |
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/३६०
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति