दशत्, दशति ( स्त्री० ) यस का समूह हाई ति न ( वि० ) दस ।-~~-अङ्गुलं, (न० ) दस अंगुक लंबा |-अर्ध, (वि०) पाँच अर्धः (पु० ) बुधदेव /--अवतार ( पु० बहु० ) विष्णु के दस अवतार । मा आननः, आरुयः (पु० ) रावण - आमयः, ( पु०) भद्र (ईशः, (पु०) १० गाँव का दरोगा --एकादशिक, (वि० ) वह आदमी जो १० देव और ११ चसूल करे ! अर्थात् १० सैकड़ा सूद | दशनः ( पु० ) पर्वत शिखर | लेने वाला।-कराटः, -कन्धरः, (५०) रावण । -गुण, ( वि० ) दसगुना | इस गुना अधिक बड़ा /-~-श्रामिन, ( पु० ) -पः, ( पु० ) १० गाँव का दरोगा -प्रीवः, (पु० ) रावण -- पारनिता, घर: (पु० ) दस सिद्धियों का रखने वाला । दुधदेव की उपाधि दुः, (पु०) दशम (वि० ) [ स्त्री० - दशमो ] दसवाँ । शनि (वि०) [स्त्री० दशमिनी] १ दसमी तिथि । २ जीवन का दसवाँ वर्ष २ शताब्दी के अन्तिम दस वर्चस्थ दशमोगत (वि० ) ३० वर्ष से ऊपर की उम्र का र (वि०) फाटा हुआ । उस्सा हुआ । ४ अवस्था अवधि हावत । राजा रन्तिदेय की राजधानी !~-बलः, - भूमिगः | दशा (स्त्री०) १ कपड़े की झालर । २ बत्ती ३ उम्र या ( पु० ) सुधदेव ! - मालिकाः, ( पु० बहु० ) एक देश का नाम --मात्म्य (वि०) दस मास का २ वस मास का गर्भ में रहा हुआ।~-मुखः, ( पु० ) रावण । -मुखरिपुः ( पु० ) श्री राम- चन्द्र-रधः, (पु० ) महाराज राम के पुत्र श्रीरामचन्द्र के पिता महाराज दशरथ रश्मिशतः, (पु० ) सूर्य 1- रात्रं, ( न० ) दस रात का फाल । --रात्रः, (पु.) दस दिन जीवन की दशा २ काल ६ परिस्थिति ७ मन की दशर प्रारब्ध । कमों का फल | ग्रहों की स्थिति। ( जन्म काल में ) 1-अन्तः (पु० ) १ बसी का छोर। २ जीवन का अन्त इन्धनः (पु०) दीपक | लेंप - कर्य, (5०) कपड़े का किनारा । २ दीपक |-पाकः, विपाकः, (पु०) प्रारब्धा- नुसार फल | जीवन की दशा में परिवर्तन | में पूर्ण होने वाखायज्ञ ---रुपभूत, ( पु० ) | दशार्सः (पु० बहु०) १ एक प्रदेश का नाम | २ उक्त विष्णु-वक्त्रः, बदनः, ( पु० ) रावण - देश के अधिवासी । |- वाजिन, (पु०) चन्द्रमा वार्षिक, (वि० ) | दशिन (बि० ) [ स्त्री० --दशिनी ] दस बाला | ( पु० ) दस गांवों का व्यवस्थापक दस वर्ष बाद होने वाला था दस वर्ष तक रहने वाला ।-विध (वि० ) दस प्रकार का ।-शतं, ( न० ) १ एक हज़ार दशेर (वि० ) कट्टर | उत्पाती हानिकर | २११० /-शत- | दशेर: (पु० ) उपद्रवी या विषैला जानवर | ( ) | (पु० ) एक हज़ार 1-~-साइलं, ( न० ) दस हजार /- दसरक: } ( पु० ) ऊंट का वडा। हरा, ( स्त्री० ) १ गंगा जी की उपाधि | २ ज्येष्ठ शुद्धा १० को होने वाला गङ्गोत्सव ३ दुर्गा जी का उत्सव जो आश्विन शुक्का १० को होता है। [ का। दस गुना । तय ( वि० ) [ स्त्री० दशतयी ] दस हिस्सों ( ३७३ ) दस्यु वृणधा (अन्य ) दुन्य प्रकार के २ स भागा मे वजन (न० ) १ दाँस | २ फाउना ! | दशनः (पु० ) दशन ( म० ) कवच 1-अंशुः, ( पु० ) दाँतों को दनक |-- (पु० ) चिन्ह काटने २ चुम्बन | का ३ आह!–३दः, वासस्, (२० ) १ २ चुमापदं, (न० ) तहत काटने का निशान |~-प्रोजः ( पु० ) अनार का वृक्ष । (पु०) १ श्रो० : दस्युः ( पु० ) १ एक दुष्ट जाति के जीवों की संज्ञा जिनको देवताओं के शत्रु होने के कारण इन्द्र ने मारा था। २ जातिच्युत । पतित । व्रात्य | संस्कार- भ्रष्ट ३ चोर बाँकू लुटेरा 18 दुष्ट | उद्देश् पापात्मा १५ अत्याचारी ।
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/३८०
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति