पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४०२

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द्रावकः ( द्रोहः द्रावकः (पु० ) द्रय रूप में करने वाला पदार्थ ठोस चीज़ को सरल करने वाला । २ बहाने वाला। ३ गलाने वाला | ४ पिघलाने वाला कान् मणि । ६ चोर | ७ चतुर आदमी सुहागा १ चुम्बक पत्थर १० लंपट । द्रावकं ( न० ) मोम | द्रावणम् ( न० ) १ भगा देना २ पिघलाना। ३ ( अर्क की तरह ) खींचना | ४ रीठा द्राविड ( पु० ) द्रविड़ देश वासी । द्राविडी (स्त्री० ) इलायची । द्राविडकं ( न० ) काला निमफ। द्राविडकः ( पु० ) आँवा हल्दी द्रुपदः (5० ) पाञ्चाल देश के एक राजा का नाम । इस ही को बेटी का नाम द्रोपदी था। द्रुमः ( पु० ) १ बृक्ष | २ स्वर्ग का एक वृक्ष अरिः (०) हाथी प्रामयः, (पु०) लाख। गोंदाश्रयः, (पु० ) किलो - ईश्वरः ( पु० ) ताड़ का पेड़ --उत्पलः, ( पृ० ) कर्णकार वृण --नखः, -मः, ( पु० ) फाँटा - व्याधिः, (१०) लाख। गोंद श्रेष्ठ (पु० ) ताड़ का पेड़ घगडम् (न० ) पेड़ों का समूह : दुमिग्री (स्त्री० ) वृक्षों का समूह | दुवयः (पु० ) माप । मान डु ( वा० पर० ) [ द्रवति, द्रुत ] १ भागमा | | द्रुह (धा० पर० ) [ दुहाति, दुग्ध ] घृणा या नफरत करना । हानि चहुँचाने का अवसर ढूंढ़ना। बदला लेने के लिये षड़यंत्र रचना | उपद्रव करने का संख्या बाँधना बहना | २ आक्रमण करना ३ तरल होना धुल जाना पिवलना उमड़कर बहना । द्रुह (वि० ) घायल करने वाला | चोटिल करने याखा | द्रोह करने वाला । ( स्त्री० ) हानि | चोट | ह: पु० ) पुत्र. २ झीज । ३९५ ) दु (पु० न० ) १ लकड़ी २ लफड़ी का बना कोई भी औज़ार ( पु० ) १ वृष । २ शाखा | डाली। - किलिमं, (न० ) देवदारु वृण । घणः, ( पु० ) १ काठ की हथोड़ी | २ बढ़ई की हथौड़ी जैसा जोड़े का बना हथियार १३ कुल्हारी मझा। -भी, ( स्त्री० ) कुल्हाड़ी |--नयः, ( पु० ) काँटा /-नस, (वि० ) -सू (वि० ) लँबी नाक बाला ।-महः, - गाहः, ( पु० ) मियान परतला (सल्लकः, (पु० ) वृच विशेष पियालपुर । घु ( न० ) धनुप की दोरी । दुखः (पु० ) १ विछ । २ शृंगो कीड़ा । ३ बद्माश। दुग्रिः ) ( स्त्री० ) १ छोटा या मादा कलुवा २ | हुॅणी ) बाल्टी | डोल | ३ कनखजुरा । काँतर | गोजर 1 1 द्रुत ( ० ० ) वे फुर्तीला | वेगवान | २ वहा हुआ भागा हुआ। बच कर निकला हुआ । ३ ४ पिथता हुआ। तरत हुआ। बुखा हुआ। द्रुतं (अव्यया० ) तेज़ी से फुर्सी से द्रुतः ( पु० ) १ बिच्छू | २ वृक्ष | द्रुतविलम्बितम् (न० ) एक छन्द का नाम । द्रुतिः (श्री० ) पिघलना । घुलना जाना | भाग जाना । } ( पु० ) अह्मा या शिव का नाम । दियः नूः ( पु० ) सुब दूधयः ( 5० ) हथौड़ा। घन। लोहे की गदा। ब्रूसोः (पु० ) बिच्छू। द्रोण ( ५० ) चार सौ बाँस लँची भील | २ अल से भरा बादल ३ घनफाक | ४ विच्छू । ५ वृत्त | द सफ़ेद फूलों का पेड़ १७ कौरव और पागडवों के गुरु द्रोणाचार्य - काकः (पु० ) जंगल काफ तीरा, घा, दुग्धा, दुधा, (१० ) एक द्रोगा दूध दूध देने वाली गाय मुखं, ( न० ) ४०० ग्रामों की राजधानी । - १ तौल विशेष जो १६ यासेर की होती है। (न०) : घर द्रोणं ( ० द्रोण ( पु० ) ) कठौती | २ | द्रोणः ) ( श्री० ) १ काठ की बाल्टी । २ ज द्रोणी ३ नाँद | ४१२८ सेर की तौल। -दलः, ( पु० ) केतक हुए। द्रोहः (पु०) उत्पात उपद्रव २ प्रतिहिंसा के बैर । द्वेष । ३ विश्वासघात 18