●ायत ( ४८३ १ न्याय दर्शन । २ न्याय दर्शन का विज्ञान - सारिणी| उचित अथवा उपयुक्त आचरण या व्यवहार । —सूत्रं (न० ) न्याय शास्त्र के सूत्र | न्यायतः (अव्यया० ) १ न्याय से | ईमान से | ठीक ठीक रीति से। धर्म और नीति के अनुसार २ न्यायपूर्वक सबाई से । न्यायिन् ( दि० ) १ योग्य | उचित | ठीक । २ युक्तिसिद्ध । न्यायसङ्गत | युक्तियुक्त | सङ्गत | न्याय्य ( वि० ) १ ठीक | उचित | उपयुक्त । न्याय- सङ्गत | २ साधारण चलन के अनुसार | न्या सन् } (बि० ) व्यस के अन्तर्गत देखो। ) पक्ष मुँह के बल पड़ा हुआ । औंधा पड़ा हुआ | २ का हुआ टेड़ा | ३ कूर्मपृष्ठवत् ४ कुबड़ा- खड्डः, (पु० ) खाँड़ा एक प्रकार की सहवार ! न्युजं ( न० ) १ पात्र विशेष जो श्राद्धकर्म के काम में आता है। २ कमरख फल | न्युंख, न्यु ) ( वि० ) १ मनमोहक | मनोहर | न्यूंख, न्यू प्रिय सुन्दर २ उचित ठीक । T न्युच् ( धा० पर० ) १ स्वीकार करना । राज्ञी | न्यूनं ( अन्यथा ) कम | थोड़े अंश में । होना। रज़ामंद होना।२ हर्षित होना। प्रसन्न होना । पकि पक्ट पक } न्युज: ( पु० ) १ न्यग्रोधवृत वरगद का पेड़ | २ कुशनिर्मित ध्रुवा । न्यून ( वि० ) 1 कम | थोड़ा | अल्प । २ दाग़ी। घटिया | मुहवाज़ | ३ कमी | ४ ऐवी ( अंग से ) ५ नीच। श्रोछा | कमीना दुष्ट। -अङ्ग, (वि०) विकलाङ्ग । अङ्गहीन |-अधिक, (वि०) कमो- वेश असमान - (० मूर्ख । म्योवनी ( स्त्री० ) चाकरानी । टहलुनी । न्युन्ज ( धा० परस्मै० ) मोड़ना । दवाना | फेंकना । वाला । न्युन्ज ( वि० ) १ नीचे को मोड़ा या झुकाया हुआ | | न्योजस् (चि० ) टेढ़ा । ( आलं० ) दुष्ट । बदमाश | प पक्षू ( धा० पर० ) [ पक्षति, पक्षयति-पक्षयते ] १ लेना। पकड़ना । २स्वीकार करना। ३ तरफदारी करना पक्षपात करना । प, संस्कृत या नागरी वर्णमाला का इक्कीसवाँ व्यञ्जन है | पकशः ( पु० ) एक बर्बर जाति का नाम | चाण्डाल और अन्तिम वर्ग का प्रथम वर्ण है। इसका उथा- रण श्रोठ से होता है। अतएव शिक्षाकार ने इसे ओष्ठ्य माना है। इसके उच्चारण में दोनों थोड मिल जाते हैं, अतएव यह स्पर्शवर्ण है। इसके उच्चारण के लिये विवार, श्वास, घोष और अल्प- प्राण नामक प्रयत्न का व्यवहार किया जाता है। प (वि० ) १ पीने वाला । जैस "पादप" २ रक्षक। शासक । अभिभावक | यथा गोप, नृप, चितिप पः (पु० ) १ वायु पवन | २ पत्र | पत्ता ३ अंडा । पक्कणः ( पु० ) चाण्डाल या बर्बर का झोंपड़ा। " 1 पक्षः [ पक्ष + अच्] १ बाजू । डाना २ तीर के दोनों ओर लगे हुए पर। ३ कंधा ४ कोख । १ सेना का एक बाजू ६ किसी वस्तु का आधा । ७ पख- वारा जो १५ दिन का होता है। ८ दब। तरफ । | वंश | कुल | १ किसी दल का अनुयायी । १० श्रेणी । समूह । समुदाय अनुयायियों की कोई भी संख्या । ११ वादविवाद का एक पक्ष । १२ कल्पना । १३ विवादग्रस्त विषय १४दो की संख्या का वाची शब्द | १५ पक्षी । १६ परि- स्थिति | हालत । १७ शरीर १८ शरीरावयव । ( वि० ) पका हुआ हड़ 1 यति न्यूनीक } ( क्रि० ) कम करना | घटाना । न्योकस (वि० ) [ वैदिक ] दिव्यधाम में रहने
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