पतित पतित (२०) उडान पतर ( ३० ) १ उड़ाकू | उडन बाला करने वाला। पतेर: (पु० ) पक्षी २ रन्ध्र या गड़ा| ३ माप विशेष आक पत्मन् पन्वन् यमन 1 पत्तिन् की प्राप्ति जियम पति हो व्रता ( खा० ) 1 सती स्त्री। –सेवा, (स्त्री० ) पतिभक्ति | पतिंवरा ( स्त्री० ) वह स्त्री जो अपने लिये पति बरने बाली हो । पतित्वं | पतित्वनं (न०) [ वैदिक ] प्रभुत्व | स्वामित्व | २ गठजोड़ा। विवाह । पतिवती ( स्रो० ) [ वैदिक ] सधवा । जीवित पति वाली । } { २० ) [ वैदिक ] उड़ान ॥ पतंत्रिका ) ( स्खी० ) धनुष का रोदा पतञ्चिका प्रत्यञ्चा की डोरी। पताका ( स्त्री० ) १ झंडी | झंड़ा | २ झंडे का डंडापतीयति ( क्रि० ) पति की कामना करना । पतिवली (स्त्री० ) भार्या जिसका पति जीवित हो । ३ चिन्ह | राजचिन्ह ४ नाटक की कोई ऐसि- हासिक घटना २ माङ्गलिक | सौभाग्य - अंशुकं ( न० ) भंडा-स्थानकं, इसकी परि- भाषा इस प्रकार है- यत्रायें विन्तिनऽन्यतिप्रियते। भवेन पताकास्थानकं तु तत् ॥ " - साहित्यदर्पण | पतीयंती ) ( स्त्री० ) पति कामना चाली स्त्री अथवा पतीयन्ती । पति के योग्य पत्नी । पक्षी (स्त्रो० ) १ भार्या । २ गृहिणी आ ( पु० ) जनानखाना । अन्तःपुरं 1- शाला, (स्त्री०) मोपदा । तंबू | पत्नी के रहने और गृहस्थी के योग्य कमरा ( २ ) यज्ञशाला में वह घर जो यजमान पत्नी के लिये बनाया जाता है। यह घर यज्ञशाला से पश्चिम की ओर होता है।- संगहनम्, (न० ) पत्नी की कमर में कमरबंद बाँधना | पत्नी का कमरबंद | 2 1 पताकिक ( वि० ) कंडावरदार । पताकिन् (वि० ) झंडा ले जाने वाला । मंडियों से भूषित या सजाया हुआ। ( पु० ) १ राजचिन्छ । राजचिन्ह सूचक झंडा ले जाने वाला। २ भंडा। पताकिनी ( स्त्री० ) सेना फौज पतिः ( पृ० ) स्वामी | प्रभु (यथा गृहपतिः ) २ मालिक । अध्यक्ष ३ शासक छाता । ४ भर्ता । २ जड़ | उड़ान | ( स्त्री० ) स्वामिनी । घादिनी (स्त्री० ) -भी, ( स्त्री० ) १ सी जो सुवेदार अधि ६ गमन । गहि | अधिष्ठात्री - 1 पतिघातिनी हो, जिसने अपने पति की हत्या की | पत्तनम् ( न० ) ३ नगर | कस्वा । २ मृदङ्ग हो । २ हाथ की रेखा जिसका फल यह है कि जिस स्त्री के वह रेखा हो वह अपने पति के साथ विश्वासघात करे --देवता, देवा, (सी० ) वह स्त्री को अपने पति को देवतानुल्य पूज्य एवं मान्य समझे। सती या साध्वी स्त्री-धर्मः, ( पु० ) पक्षो का अपने पति के प्रति कर्तव्य- प्राणा, (स्त्री० ) सती स्त्री / लहूनम्. (न० ) पुनर्विवाह करके प्रथम पति की छअवहेलना करने वाली स्त्री |~-वेदनः ( पु० ) शिवजी :- वेदनम्, ( न० ) मंत्र तंत्र से पति को प्राप्त करने बाली । जोकः, (पु० ) मरने के बाद उसलोक | पत्तिन् (पु० ) पैदल सैनिक पतित ( व० कृ० ) १ गिरा हुआ ऊपर से नीचे आया हुआ। २ आचार, नीति या धर्म से गिरा धर्मत्यागी । ३ महापापी अतिपातकी। नारकीय ४ जातिवहि- कृति समाज से निकाला हुआ। दरी से खारिज | हुआ आचारच्युत नीतिभ्रष्ट | 24 जाति या विरा- पत्तिः (पु०) १ पैदल । पैदल सैनिक | २ पैदल चलने चाला। ३ वीर | शूर- (स्त्री० ) १ फौज का एक छोटा दस्ता जिसमें एक रथ, एक हाथी, तीन घुड़सवार और पाँच पैदल सिपाही होते हैं । २ गमन i पाद | चरण कायः, (पु० ) पैदल सिपाहियों की पल्टन -गणकः ( पु० ) वह सैनिक अधिकारी जिसका काम पैदल सैनिकों को एकत्र करना हो।--संहतिः, (स्त्री० ) सैनिक सिपाहियों की पल्टन | पत्तिक ( वि० ) पैदल गमन करने वाला ।
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