पारशिक ( ४३८ ) पारिणाय्य पारदेशिक (वि० ) [ स्त्री० -पारदेशिको ] विदेश | पारशचः ( पु० ) १ लोहा । २ वर्णसङ्कर जा अन्य देश । विशेष | ब्राह्मण पिता और शूद्रा माता से उत्पन जाति । ३ हरामी | दोग़ला | पारदेशिकः ( पु० ) १ विदेश का रहने वाला। २ यात्री | पारदेश्य ( वि० ) [ स्त्री॰-~-पारदेश्यी ] विदेश पारश्चचकः } ( पु० ) परसाधारी । का। विदेशी। पारदेश्यः ( पु० ) वाला | २ यात्री । परदेशी विदेश का रहने पारभृतं ( न० ) [ इसका शुद्ध रूप प्राभृत जान पड़ता है ] भेंट पुरस्कार | पारमहंस्यम् (न० ) सर्वोत्कृष्ट संन्यास या ध्यान | पारमार्थिक (वि० ) [ स्त्री० -- पारमार्थिकी ] १ परमार्थ सम्बन्धी अध्यात्म ज्ञान सम्बन्धी २ असली । वास्तविक समयस्थित यथार्थ में विद्यमान | ३ सत्यप्रिय सर्वोत्कृष्ट | सर्वश्रेष्ठ | न्यायप्रिय ४ सर्वोत्तम । पारमिक ( वि० ) [स्त्री० - पारमिकी] सर्वोत्कृष्ट । श्रेष्ठ मुख्य प्रधान | पारमित ( वि० ) १ पल्लेपार गया हुआ । २ आरपार गया हुआ चढ़ बढ़ कर पारमेष्ठ्यम् ( न० )१ सर्वोच्चता । सर्वोच्चपद । २ राजचिन्ह | पारंपरीण ? ( बि० ) [ स्त्री० - पारम्परीखी ] पारम्परीण परम्परागत । एक के बाद दूसरा, क्रम से बराबर चला आता हुआ। पारंपरीय ) } (वि० ) परम्परागत पारंपये ) ( न० ) परम्परागत । लगातार जारी पारम्पये ) रहना । पारयिष्णु (चि०) १ प्रसन्नकर । २ पार जाने के योग्य किसी काम को पूरा करने योग्य पारलौकिक (वि० ) [ स्त्री० - पारलौकिकी ] परलोक सम्बन्धी २ परलोक में शुभफल देने वाला । भारतः ( 30 ) कबूतर | परेवा । पारवश्यम् ( न० ) पराधीनता | परतंत्रता । परशव (वि० ) [ स्त्री० -- पारशवी ] लोहे का चना हुआ । २ कुल्हाड़ी सम्बन्धी । पारस ( वि० ) [ श्री० - पारसी] १ पारस देश चासी । परशियन | पारसिकः ( पु० ) ) १ फारसदेश | २ फारसदेश पारसीकः ( पु० ) का घोड़ा। पारसी (स्त्री० ) फारसी भाषा | पारसीका: ( पु० बहु० ) फारसदेशवासी । पारस्त्रैणेयः (पु० ) हरामी। देग़ला । पारहंस्य ( वि० ) जितेन्द्रिय संन्यासी सम्बन्धी । पारा (स्त्री० ) एक नदी का नाम । पारापतः (पु० ) कबूतर | परेवा । पारायणिकः ( पु० ) १ पाठक । २ शिष्य | छात्र | व्याख्यानदाता | पुराण- पारावतः ( पु० ) १ कबूतर | २ बंदर | ३ पर्वत । अप्रिः - विच्छ, ( पु० ) कबूतर विशेष । पारारुकः ( पु० ) पत्थर चट्टान पारावारीण (वि०) दोनों तटों पर आने जाने वाला। २ पूर्ण रूप से परिचित | पाराशर्यः । नामान्तर | पाराशर ) ( पु० ) पराशरपुत्र व्यास जी का पाराशरिः ( पु० ) १ शुकदेव जी का नामान्तर । २ व्यास जी का नाम । पाराशरिन ( पु०) संन्यासी विशेष कर वे जो व् पारिकांक्षिन् (पु० ) ध्यानमग्न रहने वाला संन्यासी । रचित शारीर सूत्र पढ़ें । पारिक्षतः ( पु० ) जन्मेजय का नाम । पारिखेय ( वि० ) [ स्त्री० - पारखेयी ] परखा या खाई से घिरा हुआ । पारिजातकः ) एक। यह समुद्रमन्धन के समय निकला पारिजातः ) ( पु० ) स्वर्गस्थित पाँच वृक्षों में से था और इन्द्र को मिला था। श्रीकृष्ण ने इन्द्र से छीन कर इसे सत्यभामा के बाग में लगाया था। २ मूंगे का पेड़ | ३ सुगन्धि राय्य (वि० ) [ स्त्री० - पारिणाय्यी] विवाह सम्बन्धी विवाह में प्राप्त ।
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