पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५५१

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प्रतिसर्ग तात्रिक मत्र विशेष । ७ घाव का पुरना या अच्छा होना । प्रतिसग ( पु० ) पुराण के मतानुसार ये सब सृष्टियाँ | जिनकी रचना, ब्रह्मा के मानसपुत्रों द्वारा की गयीं । २ प्रलय | ( ५४४ ) प्रतिसीरा ( स्त्री० ) पर्दा । कनात | चिक | दवनिका । प्रतिसृष्ट (च० ० ) १ भेजा हुआ | रवाना किया हुआ । २ प्रसिद्धि प्राप्त । ३ खदेड़ा हुआ। भगाया हुआ । खारिज किया हुआ | ४ प्रमत्त | नशे में चूर | प्रतिस्नात ( ३० कु० ) स्नान किया हुथा । प्रतिस्नेहः ( पु० ) प्यार के बदले प्यार। प्रतिस्पंदनम् ) प्रतिस्पन्दनम्) ( म० ) हृदय की धकधक प्रतिस्वनः }( इ० ) प्रतिष्वनि । झाँहूँ। ● प्रतिहत (व० कृ० ) १ हटाया हुआ । २ भगाया हुआ। ३ अवरुद्ध । रुका हुआ ।६ भेजा हुआ १ नापसन्द । घृणास्पद । ६ हताश | ~ मति, ( वि० ) घुसा | अरुचि । प्रतिहतिः ( स्त्री० ) १ रोकने या हटाने की चेष्टा । २ प्रतिघात | ३ नैराश्य विफलता। ४ क्रोध २ टहर। 1 प्रतिहननं ( न० ) वह आघात जो किसी के आघात करने पर किया जाय। प्रतिहर्तृ ( पु० ) निवारण करने वाला। पीछे हटाने वाला। प्रतिहार: ( ( १ ) १ द्वार | दरवाजा २ द्वारपाल । प्रतीहार: | दरवान | ३ ऐन्द्रजालिक जादूगर ४ इन्द्रजाल !Srkris (सम्भाषणम्)भूमिः, ( स्त्री० ) घर का चबूतरा। -~-रती. ( स्त्री० ) स्त्रीहारपाल । प्रतिहारकः ( पु० ) ऐन्द्रजालिक | प्रतीप प्रतिहास ( पु० ) हॅसी के बदले हॅसी प्रतीक ( वि० ) १ प्रतिकूल १ विरुद्ध २ उलटा । प्रतिद्दिसा ( स्त्री० ) बदला लेना। वैर चुकाना | औंधा। विलोम | प्रतिसाध्यत्तिकः } (g० ) भाट । मागध । बंदी । प्रतीक्षा (स्त्री०) प्रतिसारणं ( न० ) १ धाव के किनारों की सफाई | प्रतीक्षणं ( न० ) और मल्लहम पट्टी करना २ घाव में मलहम लगाने का एक औौज़ार ३ भगंदर बवासीर रोगों को गरम घी या तेल से दागने की सुश्रुत के मतानुसार क्रिया विशेष । | प्रतीकः ( पु० ) १ अवयव | अङ्ग | २ अॅश | भाग । प्रतीकं ( न० ) १ मूर्ति | २ मुख | चेहरा | ४ किसी पद या वाक्य का प्रथम शब्द। १ आसरा इन्तज़ार । २ प्रत्याशा । ३ खयाल विचार। ध्यान | प्रतीक्षित ( ० ० ) वह जिसकी प्रतीक्षा की गयी हो या जिसकी बाट जोही गयी हो । २ प्रतोदय ( वि० ) 1 प्रतीक्षा करने योग्य | सोचने विचार किया हुआ । सोचा विचारा हुआ। योग्य | विचारने योग्य ३ माननीय प्रतिष्ठित ४ परिपूर्ण करने योग्य 1 मतीची (स्त्री० ) पश्चिम दिशा । प्रतीचीन ( वि० ) १ पश्चिमी । पाश्चात्य । २ भविष्य का पीछे का अगला ) पाने वाला। प्रतीच्छक ( पु० प्रतीच्य ( वि० ) पाश्चात्य देश वासी । पश्चिमे 1 1 दिशा का प्रतीत ( ३० कृ० ) गुज़रा हुआ । गया हुआ। व्यतीत अतीत । ३ विश्वस्त । विश्वास किया हुआ । ४ सिद्ध | साबित किया हुआ | स्थापित ६ माना हुआ । जाना हुआ। ६ भली भाँति ज्ञात प्रसिद्ध विख्यात ७ हद निश्चय प्रसन्न | आनन्दित । ६ प्रतिष्ठित । सम्मानित | १० चतुर । विद्वान् बुद्धिमान | प्रतीतिः ( स्त्री० ) १ विश्वास निश्चित विश्वास या धारणा । २ यकीन । प्रत्यय । ३ ज्ञान | जानकारी। ४ कीर्ति । ख्याति । ५ सम्मान । प्रतिष्ठा । ६ हर्ष । आनन्द । } प्रतीत्त (वि० ) फेर कर दिया हुआ वापिस किया हुआ। प्रतीधकः ( पु० ) विदेह देश का नामान्तर | प्रतीप (वि० ) विरुद्ध प्रतिकूल २ उलटा 1 विलोम | ३ पश्चाद्लामी । ४ अप्रिय। अप्रसनक