प्रवग प्रचंगः प्रवङ्गः प्रवंगमः प्रथग ( पु० ) वानर बंदर ( ४५९ ) मुदा हुआ | ४ रत् । प्रवृत्त । ५ अनुरक्त आदी | म ३ अनुकूल | मुवालिक | ७ उत्सुक | तत्पर सम्पन्न | ३ नम्र विनीत १० शीख | अर्जरिस । प्रवङ्गमः प्रवचनम् ( स० ) अच्छी तरह समझ कर कहना | अर्थ खोलकर बतलाना २ व्याख्या | वाग्मिता 8 वेदान | ३ " प्रवर्तनम् ( न० ) कार्यारम्भ | २ कार्यसञ्चालन | ३ उसेजना प्रेरणा उसकाना उभारना ४ प्रवृति १ चालचलन | आचरण पद्धति प्रवण ( वि० ) १क्रमशः नीचा होता हुआ जीते की प्रवर्तयितु ( वि० ) किसी काम को चलाने वाला। प्रवर्तना ( खी० ) प्रवृत्तिदान | उत्तेजना | प्रेरणा | प्रवटः (पु० ) गेहूँ | 10 ओर बहने वाला | २ डालू १३ झुका हुधा । किसी काम की नींव डालने वाला। प्रवर्तित ( वि० ) 1 गतिशील | २ प्रतिष्ठित । स्थापित ३ उत्तेजित उभारा हुआ गाया हुआ जलाया हुआ | पवित्र किया हुआ। खुल हुआ६ प्रवरां (न० ) पहाड़ का ढाल या उतार। प्रवाः (पु० ) चौराहा। चतुष्पथ | प्रवत्स्यत् (बि०) [खी० - प्रवत्स्थती या प्रवत्स्यन्ती] विदेश की प्रवर्तिन (चि०) १ प्रेरणा करने वाता| चलाने वाला। आगे बढ़ाने याला २ क्रियाशील | ३ प्रयोग करने वाला । यात्रा करने को जाने वाला पतिका, ( स्वी० ) वह नायिका जिसका पति | प्रवर्धनम् ( न० ) विवर्द्धन । बढ़ती ! वृद्धि । विदेश जाने वाला हो। मवर्षः ( पु० ) मूसलधार दृष्टि | प्रवर्षणं (न० ) प्रथम सृष्टि । वृष्टि । प्रवसनं ( न० ) विदेशगमन | प्रवयां (२०) चुने हुए कपड़े का ऊपर का भाग प्रवयस् (वि० ) बुड्डा वृद्धा पुरनिया | प्रवर ( वि० ) १ मुख्य प्रधान महिनाम्वित सर्वोत्तम श्रेष्ठ २ उम्र में सब से बड़ा। प्रवरः (पु० ) लाइट | दुलावा २ अग्निसंस्कार का मंत्र विशेष ३ वंश कुल ४ पूर्वपुरूष १ गोत्र ऋषि ६ सम्पति वंशज ७ चादर प्रचाल वाला प्रवृत्त करने वाला प्रेरण करने वाला गति देने वाला प्रवर्तकः ( पु० ) १ निकालने वाला ईजाद करने बाला २ पंचर जीत का निर्णय करने प्रवहः पु०) १ प्रवाह। भार| २ हवा पवन ३ पवन के ससमागों में से एक का नाम । इसीमें ज्योतिष्फ पिण्ड भाकाश में स्थित है। प्रवहां (०) १ (त्रियों के लिये ) पर्देदार गाड़ी या पालकी या ढोली २ सवारी ३ महाङ्ग | पोत प्रवाही } (स्त्रीं० ) पहेली ! बुकौश्रद्ध । दन | प्रवरं ( न० ) अगर काष्ठ । – वाहनौ. (पु० ) प्रवान् (वि० ) १ थास्मि । बक्ता | २ बातुनी | गप्पी । प्रधाचनं ( म० घोषणा | द्विवचन अश्विनीकुमारों का नामान्सर । प्रवाणं ( ० ) बने हुए कपड़े में गोद लगाना या उसके छोरों को सम्हारना । प्रवाशि प्रवाशी प्रवर्गः ( पु० ) १ यज्ञीय श्रग्नि । २ चिन्छु । प्रवर्ग्यः ( पु० ) सोम याग की धारम्भिक विधि विशेष ( श्री० ) करघा | प्रवर्तः (पु) आरम्भ शुरूआत कार्यारम्भ | प्रवर्तक ( वि० ) [ स्त्री० प्रवर्तिका ] १ सञ्चालक प्रवात ( व० ० ) आँधी में पड़ा हुआ। किसी काम को चलाने वाला २ आरम्भ करने | प्रवातं ( न० ) १ हवा का झोंका | ताजी हवा | २ आँधी ३ हवादार स्थान वाला जारी करने वाला ३ काम में लगाने
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