मधुक बन्धुक ( ५८ ) घबर ( जाति जीवः, —जीवकः. ( दु० ) एक वृक्ष का नाम ।- वसं | बारम् } (न० ) छेद | छिन् । 1 नाते 9 । ( न० ) स्त्रीधनविशेष | - प्रीतिः, ( स्त्री० ) १ भाई बिरादरी का प्रेम । २ मित्र के प्रति प्रेम -भावः, (पु० ) १ मैत्री | भाईचारा | दारी । -चर्गः, ( पु० ) भाईबन्द | --हीन, ( वि० ) भाई बिरादरी या मित्र से रहित । बंधुकः ) ( पु० ) दुपहरिया का वृक्ष जिसमें लाल बन्धुकः ) रंग के फूल लगते हैं और जो बरसात में | फूलता है। २ वर्णसङ्कर बंधुता ) ( स्त्री० ) १ बन्धु होने का भाव । २ भाई- वन्धुता । चारा ३ मैत्री | दोस्ती । वञ्चित | रहित । बंधुका बन्धुका ) ( स० ) असती बी | छिनाल | बंध्या ३ ( स्त्री० ) 1 औरत । २ बगौ । बंधुक बन्धुकी औरत । रे बन्ध्या ३ बालछुड़ -तनयः, ( ० ) पुत्र, , ( पु० ) सुतः, ( पु० ) - दुहितु (पु० ) -सुता, (स्त्री० ) बाँझ स्त्री का पुत्र या पुत्री। [ इसका प्रयोग केवल किसी असम्भावित वस्तु के लिये किया जाता है। ] बन्धुरम् } ( न० ) मुकुट | ताज । बंधुरः ) ( पु० ) १ हंस । २ सारस | ३ थर्कविशेष । बन्धुरः ) ४ खली । ५ योनि | भग |
- बंधूलिः ? (पु.)
बन्धुजीव नामक वृक्ष। गुलदुपहरिया बन्धूलिः) का पौधा । बंध्य } ( वि० ) १ बाँधने योग्य | बेड़िया डालने बन्ध्य ) लायक कैद करने लायक । २ मिलाने योग्य | एक करने योग्य ३ बाँधने या बनाने योग्य | ४ रोका हुआ पकड़ा हुआ। गिरफ्तार किया हुआ। ५ बाँक। जिसमें कुछ भी पैदावार न हो। ६ जो रजस्वला न हो। ७ 1 बंजर बेकाम बंधुदा | ( स्त्री० ) छिनाल औरत। वन्धुदा | बंधुर }{ थि० ) १ तरङ्गित | लहराता हुआ | | बंध बन्धुर बन्ध्रम् } (न० ) बन्धन । गाँस । ) असमान । २ झुका हुआ । नवा हुआ । ३ टेदा | टेढ़ा मेदा । ४ मनोहर सूरत। ५ बहरा ६ अनिष्टकर। उपद्रवी । सुन्दर । बभ्रुवी (स्त्री० ) दुर्गा देवी का नामान्तर | खूब - वधु ( वि० ) १ साँवला | भूरा | धवला । धौला । २ गंजा । -धातुः ( पु० ) १ सुवर्ण | सोना | २ गेरू | – वाहनः, ( पु० ) चित्राङ्गदा के गर्भ से उत्पन्न अर्जुन के पुत्र का नाम । बभ्रुः ( पु० ) १ अग्नि । २ न्योला । ३ भूरा रंग | ४ भूरे रंग के केशों वाला मनुष्य । २ एक यादव का नाम । ६ शिव । ७ विष्णु । ६ बंधुरा 1} (स्त्री० ) छिनाल औरत | बन्धुरा, 1 बंधुल ) ( वि० ) १ मुड़ा हुआ । झुका हुआ । २ प्रसन्नकारक । हर्षप्रद | आकर्षक । सुन्दर | S J बन्धुल । बधुतः } (पु० ) ३ बन्धुलः ) की दासी बन्धूक बन्धूकम् } ( न० ) बन्धुक वृस का फूल बंधुराः .} (प बहुवचन )} भुना हुआ अनाज या बबू (धा० पर० ) [ बंबति ] आना | बन्धुराः कोई बर: } ( पु० ) शहद की मक्खी। बभराली (स्त्री० ) मक्खी। वर्णसङ्कर | दोग़ला | २ रंडी | बरदः ( पु० ) अनाज विशेष | वृक्ष वर्ष ( धा० पर० ) [ वर्वति ] चलना १ जाना । बर्बट: ( पु० ) राजमाप नाम का अनाज । बर्वटी (स्त्री० ) १ राजमाष नाम का धान्य २ रंडी । वेश्या । बंधूकः }( पु० ) वृक्ष विशेष । बंधूर ) ( वि० ) १ बन्धूर ) हुआ। मुड़ा हुआ। नया हुआ | ३ प्रसन्न | बर्बा ( स्त्री० ) नीले रंग की मक्खी । } तरङ्गित अॅम २ का कारक। हर्षप्रद प्यारा । बर्बरः (पु० ) १ अनार्य । जंगली | २ मूर्ख |