मदनक सम्भोग अन्य प्रेम | ३ वसन्तऋतु मधु- मतिका २ मोम ६ धाङ्गिन विशेष ७ धनुरे का पौधा कुलवृत मदनकः ( पु० ) दमनक नाम का पौधा | मदना ) ( श्री० ) १शराब २ मुश्क ३ प्रति मदनी ) मुक्ताबेल | मध्यन्तिका ( श्री० ) मदयन्ती (स्त्री० ) | सदयितु] (वि० ) मल्लिका | शोला । बदहवाल कर देने वाला २ आल्हादकर मदयितुः (पु० ) १ कामदेव । २ यादल | ३ फलवार | शराब खींचने वाला ४ शराबी चादमी २ शराब | मदारः ( पु० ) मदमस्त हाथी २ शुकर | ३ धरा ४ प्रेमी कामुक लंपट विशेष । ६ वृलिया। कपटी मदिः (सी० ) हँगा | पाटा। राज्य धोखा देने वाला। मंदिर (वि० ) नशीला विधिकारी। २ थानन्द- कारी | नयनाभिराम । मंदिरः (पु० ) लाल फूलों वाला सदिर वृक्ष - यक्षी-ईसणा-नयना--लोचना, (खी०) यह स्त्री जिसके नेत्र मनोहर हों या जिसकी आँखों में जादू सा हो। - आयतनयन (दि० ) बड़ी और आकर्षण करने वाली आँखों वाला /- आसवः ( पु० ) नशीला अ शराब। . मदिरा ( स्त्री० ) 1 शराब | २ खंजन पक्षी ३ दुर्गा का नाम - उत्कट, - उन्मत्त : वि० ) शराब के नशे में चूर - गृहं, ( म० ) - शाला, ( स्त्री० ) शराब की दूकान कलवरिया - सखः, ( पु० ) आम का वृक्ष मदिष्ठा ( स्त्री० ) शराब मद्रीय ( वि० ) मेरा । मनुः ( पु० ) एक प्रकार का जलपक्षी जिसकी लंबाई पूड़ से चोंच तक ३४ एब तक की | होती है। २ सर्पविशेष ३ वनजन्तु विशेष 8 एक प्रकार का युद्धपोत ५ वर्णसङ्कर जाति मधु विशेष जिसकी उत्पत्ति ब्राह्मण जाति के पिता और बंदीजन जाति की माता से होती है। ६ जाति बहिष्कृत पतित 1 मनुरः ( पु० ) गोताखोर | मोती निकालने वाला | २ मँगुरीवाँ भंगुर मछली ३प्राचीन काल की एक वसहर जाति, जिसका पेशा वन्यपशुओं का मारना था। } मय (वि० ) १ नशीना । २ आव्हादकर आमोदा, ( पु० ) यकुलवृष :-कीटः ( पु० ) कोड़ा विशेष-द्रुमः, (पु०) वृषवशेष-पः (०) विश्यकत | शराबी-पानं, ( स० ) मदिरापान कोई भी नशीली वस्तु का सेवन । -- पीत. (वि०) शराब के नशे में चूर - दुष्पा (स्त्री० ) धातकी धौ-बीजं, वीजं ( न० ) शराब खींचने के लिये उठाया हुआ खमीर ।-भाजनं, ( २० ) शराब रखने का करावा या कोई भी काँच का पात्र-मराडः, ( पु० ) फेन जो मद्य का खमीर उठने पर ऊपर जाता है। मद्यफेन। - वासिनी, ( स्त्री० ) धातकी का पौधा । धौ -सन्धानं, ( भ० ) मदिरा खींचने का व्यापार। मद्यं (न० ) शराय | मराि दारू 1 मद्रं ( ० ) हवं | आनन्द -हार (= मंद्रकार ) ( वि० ) आनन्ददायक हर्षप्रद मन्द्रः ( पु० ) १ एक प्राचीन देश का वैदिक नाम। यह देश कश्यपसागर के दक्षिणी तट पर पश्चिम की धोर था ऐतरेय माहाण में इसे उत्तरकुरु के नाम से बतलाया है। २ पुराणों के मतानुसार वह देश जो रावी और झेलम नदी के बीच में है। ३ मन्त्र देश का शासक | मद्राः (१०) बहुवचन | मद्रदेश वासी मनुकः ( 50 ) मत्र देश का शासक या निवासी । मनुका: ( पु० बहुवचन ) दक्षिण की एक नीच जाति का नाम । मघव्यः (पु० ) वैशाख मास मधु (दि०) [ स्त्री०- मधु या मध्वी ] मधुर | स्वादिष्ट प्रिय प्रसन्नकर
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६४३
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति