मुहूर्त्त ( ६७२ ) मुहूर्त्तः ( पु० ) ज्योतिषी मुहर्तकः ( पु० ) १ पल । लहमा | २४८ मिनिट का समय का मान । म् । भा० परस्मै० ) [ भवते ] बाँधना | मूक (वि०) गूंगा। मौन । चाणी रहित । २ वापुरा। अभागा । मूकः ( पु० ) १ गंगा आदमी १२ अभागा या धन हीन आदमी | ३ मी (स्त्री० ) दुर्गा का रूपान्तर |– भावः, ( पु० ) मौन भाव | गंगापन | मूकिमन् ( ५० ) गंगापन । मौनत्य । मूढ (व० ० ) | मूड़ | २ व्याकुल । परेशान ३ बेवकूफ भूला हुआ भटका हुआ। २ समय से पूर्व जन्मा हुआ। ६ चकित | मूढः (पु० ) मूर्खजन | यज्ञजन-ध्यात्मन, (वि०) १ विकल मन । २ मूर्ख | बेवकूफ नर्भः ( पु० ) गर्भखान आदि 1 --ग्राहः, ( पु० ) समझने में भ्रम नासमझी । -चेतन, चेतस, ( वि० ) मूर्ख । अज्ञान | - घी, बुद्धि, मति, ( वि० ) मूर्ख । मूढ़ | अज्ञानी । - सच्च, ( वि० ) पागल | विचित भूत ( वि० ) १ बंधा हुआ | बंधन युक्त | २ क़ैद में पड़ा हुआ। मूत्रं ( न० ) पेशाव 1 -ग्राघातः, (पु० ) एक पेशाब की बीमारी। - आशयः, ( पु० ) तरेट मूत्र- स्थली 1-कृच्छ्र, ( न० ) पेशाब की एक बीमारी जिसमें पेशाब करते समय जलन या दर्द होता है। कोशः, ( पु० ) अरडकोष - क्षयः, ( पु० ) पेशाब की बीमारी विशेष :- जठरः, ( पु० ) जठरं, (न० ) पेट की सूजन जो पेशाब सूख जाने से हो गयी हो।- दोषः, ( पु० ) पेशाब की बीमारी ।-निरोधः, ( पु० ) पेशाय का रुक जाना या बंद हो जाना। -पतनः, ( पु० ) गन्धमाजर। गन्धविलाव | -पथः, ( पु० ) पेशाब निकलने का रास्ता :--- परीक्षा, ( श्री० ) चिकित्सा में रोगी के पेशाब मूर्धन की परीक्षा करने की क्रिया : - पुरं, (न० ) पेट का निचला भाग | सरेट | मार्गः, ( पु० ) मूत्रद्वार | मूत्रल (वि० ) सूत्र को बढ़ाने वाला । सूत्रित ( वि० ) मूत्र की तरह निकाला हुआ। मूर्ख (वि० ) मूढ़ | येवकूफ मूर्खः ( पु० ) १ वेवकूफ | मूढ़ | २ उर्द । बनमूंग । - भूयम्, (न० ) बेवकूफी। मूर्खता । मूर्च्छन (वि० ) [ स्त्री० - मूर्च्छनी ] संज्ञा लोप करने वाला । २ वृद्धिकारक पुष्टकारक । संगीत में एक ग्राम से मूर्च्छनं ( न० ) १ मूर्खा दूसरे ग्राम तक जाने में सातों स्वरों का भारोह अवरोह | मूर्च्छा (स्त्री० ) १ बेहोशी | संज्ञाहीनता । २ अचे- तनावस्था । मूल (वि० ) मूर्च्छित । बेहोश | | मूति ( ० ० ) १ मूर्च्छा को प्राप्त संज्ञाहीन । २ मूर्ख । मूह | ३ परेशान। विकल । ४ परिपूर्ण । २ फूंकी हुई धातु । मूर्त ( दि० ) १ मूर्छित | बेहोश | मूर्तिमान | शरीर- भारी अवतार । ३ पार्थिव ४ ठोस कड़ा। मूर्तिः ( स्त्री० ) १ श्राकृति। स्वरूप। सूरत । शरीर । देह | २ शरीरधारय । अवतरण | ३ प्रतिमा | ४ सौन्दर्य | ५ ठोसपन। कड़ापन-घर. सञ्बर, (वि० ) शरीर धारण किये हुए।-- पः, ( पु० ) मूर्तिपूजक पुजारी। मूर्तिमत ( वि० ) 1 पार्थिव । शारीरिक | २ शरीर- धारी। अवतरित मूर्तिमान | ३ कड़ा | ठोस । सूर्धन ( पु० ) १ माथा | औं २ सिर ३ चोटी । शिखर शृङ्ग ४ नेता नायक । प्रधान । अही। मुख्य ५ सामना अगला भाग - अन्तः, ( पु० ) चोटी । -- अभिषिक, (वि० ) जिसके सिर पर अभिषेक किया गया हो।- अभिषिक्तः, ( go ) १ राजतिलक प्राप्त राजा | २ क्षत्रिय जाति का पुरुष | ३ सचिव |-अभि षेकः, (पु० ) राजगद्दी ।—अवसितः १ वर्ण
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