पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६८५

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ड् रख विशेष 1-थापग, ( स्त्री० ) यमुना का | नाम | भेटू, ) ( घा० परस्मै० ) [ मेति मेडति ] मेहूं ) पागल होना। विचित होना । येडला (स्त्री० ) आँप का वृक्ष मेठः ( पु० ) १ मेड़ा। २ महावत । मेटिः ) ( पु० ) १ संभा २ खूँटा | धुन- मेथि ) किया | मेट्रः ( पु० ) मेदा । भेटू" ( न० ) १ लिङ्ग । पुरुष की जननेन्द्रिय - वर्मन् ( म० ) सुपाड़ी के ऊपर का चमड़ा। खलड़ी जो लिङ्ग के अभाग को ढके रहती है। छेवर | खुधुरी (~नः, (पु० ) शिव ।~-रोगः, मेदिनी ( स्त्री० ) १ पृथिवी | २ ज़मीन । भूमि । ( पु० ) लिङ्ग सम्बन्धी रोग धरती ३ स्थान स्थल एक संस्कृत कोश का नाम ( मेदिनीकोश ) 1-ईशः पतिः, ( पु० ) राजा द्रवः ( पु० ) धूल | गर्दा। मेदुर ( वि० ) १ चर्बी | २ धि चिकना | कोमल ३ गाड़ा सघन मेदुरित (वि० ) गाड़ा किया हुआ घना बनाया हुआ। मेय (वि० ) १ मीटा | २ गाढ़ा। सघन । मेध देखा मेथ । मेहूकः ( पु० ) १ बाँह | भुजा २ लिङ्ग । मेंड: मेराठः मंड: मेयडः मेढ मेंद्रक मेगडकः ( पु० ) महावत । ( ६७५ ) } ( पु० ) मेद्रा | मेय् (धा० उभय० ) [ मेथति, मेथले ] १ मिलना। २ मालिङ्गन करना । ३ ( आत्मने० ) गालियाँ देना ४ जानना। समझना। ५ घायल करना | मार डालना। मेवा - मेदसू ( न० ) १ वर्षी) वसा । शरीर स्थित सप्त धातुओंों में इसकी गणना है और यह उदर में होती है। २ स्थूलता। मोटाई या चरबी बढ़ने का रोग 1- अर्बुवं, ( न० ) मेद युक्त गाँठ या गिल्टी जिसमें पीड़ा हो । --कृत्. ( पु० न० ) माँस -- प्रन्थिः, ( १० ) मेदयुक्त गाँठ ।-अं, - तेजस् । न० ) हड्डी। - पिराडः, ( पु० ) चर्बी का गोला-वृद्धि ( खी० ) १ मेद की बाद चर्बी की वृद्धि | मोटाई | २ अण्डवृद्धि | भेदस्विन् (वि० ) १ मौदा स्थूल २ बलवान । रोवीजा | मेथिका मेथिनी } ( स्त्री० ) एक प्रकार की घास। भेदः ( पु० ) धर्मी २ वर्णसङ्कर जाति विशेष जिसकी उत्पत्ति मनुस्मृति के अनुसार वैदेशिक पुरुष और निषाद जाति की स्त्री से हो । ३ एक नाग का नाम । -जं. ( न० ) एक प्रकार का गूगल 1-भिल्लः, (पु० ) एक अन्य जाति विशेष | भेदकः (१० ) धर्क जो शराब खींचने के काम में आता है। मेघः (पु० ) यज्ञ २ यज्ञीय पशु यज्ञ में बलि दिया जानेवाला पशु-जः (पु० ) विष्णु का ● नामान्तर | मेघा ( श्री० ) १ बात को स्मरण रखने की मानसिक शक्ति। धारया शक्ति। २ बुद्धि । धी ३ सर- स्वती का रूप विशेष ४ यश - - अतिथिः, ( पु० ) कई लोगों के नाम यथा-१ फारव- वंश उद्भव एक ऋषि जो ऋग्वेद के प्रथम मगडल के १२-३३ सूतों के दृष्टा थे। २ कराव मुनि के पिता ३ महावीर स्वामी के पुत्र जिनकी बनायी मनुसंहिता की टीका प्रसिद्ध है। ४ प्रियव्रत के पुत्र और शाकद्वीप के अधिपति १ कम प्रजा- पति के पुत्र रुद्रः (go ) कालिदास की एक उपाधि /- मेधावत् । वि० ) बुद्धिमान | धीमान !