( ७४८ ) वासंतिक वासन्तिक वासक आदि हुआ करे --पष्टिः, ( स्त्री० ) पालतु पक्षियों के बैठने की अड्डी १ वापक (बि० ) [ स्त्री०–वासका वासिका ] खूशबूदार खुशबू उत्पन्न करने वाला २ बसाने वाला । यावाद करने वाला । - सज्जा, ( स्त्री०) वह नायिका जो अपने नायक से मिलने की स्वयं बनठन कर और अपने घर को सजा कर उसके आने की प्रतीक्षा में बैठी हो ! वासकं ( न० ) कपड़े | वस्त्र | वासतः (पु०) गधा। चासतेय ( बि० ) [ स्त्री०–वासतयी ] आबाद करने योग्य | बमाने योग्य रहने योग्य बनने योग्य वासतेयी (स्त्री० ) रात । निशा |
वासनं ( न० ) १ बसाना खुशबू पैढ़ा करना | २ तर करना। २ वास रहायस ४ घर । मकान | २ कोई पात्र, यथा टोकरा, पेटी, बर्तन थादि । ६ ज्ञान | ७ वस्त्र परिधान = आच्छादन | चादर | गिलाफ | वासना (स्त्री० ) १ भावना | जन्मान्तर के जमे प्रभाव से उत्पन्न मानसिक सुख दुःख की भावना संस्कार स्मृतिहेतु ३ कल्पना | विचार । ख्याल । ४ मिथ्या विचार झूठा ख्याल । अज्ञता। अज्ञान | २ अभिलाषा | कामना | ६ सम्मान | वासंत ? ( वि० ) [ स्त्री०- वासंती, वासन्ती ] १ बसन्त सम्बन्धी बसन्तऋतु के योग्य या बसन्तऋऋतु में उत्पन्न | २ जवान ३ बुद्धि- वासन्त मान । वसंतः वसन्तः किसी जानवर का बच्चा १४ कोयल । २ ( पु० ) १ ऊँट । २ जवान हाथी । ३ } मलयाचल हो कर आयी हुईं हवा । मलयसमीर । ६ मूँग ७ लंपट या दुराचारी पुरुष । 1 वासंती ) ( स्त्री० ) १ माधवी लता । २ बड़ी वासन्ती ) पीपल । जुही | ३ गनियारी नामक फूल । ४ वसन्तोत्सव । शस्त ( वि० ) १ वसन्त सम्बन्धी | चासन्तिकः । अभिनयपात्र | वासंतिकः ) ( १० ) १ विदूषक | आँ । २ नट | वासरं ( न० ) ) (पु०) प्रातःकाल : सबेरा | वासरः ( पु० ) ) दिवस । दिन।-संगः, सङ्गः, वासव (वि० ) [ स्त्री० - चासवी | इन्द्र का इन्द्र सम्बन्धी । २ वासवः ( पु० ) इन्द्र का नाम --- दत्ता. ( स्त्री० ) १ सुबन्धु नामक कवि का बनाया नाटक कई एक कथानकों की एक नायिका का नाम ! वासवी ( स्त्री० ) व्यास की माता का नाम । वासमू ( न० ) १ कपड़ा । वस्त्र । वासिः ( पु० स्त्री० ) कुठार | वसूला। छैनी । वासित ( ३० कृ० ) १ सुवासित | २ तर | भिंगोया हुआ । ३ सुस्वादु बनाया हुआ । ४ वस्त्रों से सुसज्जित किया हुआ । ५ वसा हुआ | आबाद | ६ प्रसिद्ध मशहूर वासितं ( न० ) १ पक्षियों का कलरव | २ ज्ञान ।
- वासिष्ठ ) ( वि० ) [ स्त्री० - वासिष्ठी, वाशिष्ठी]
वाशिष्ठ ) वसिष्ठ सम्बन्धी (ऋग्वेद का एक मण्डल जो ) वसिष्ठ जी का देखा हुआ हो 1 वासिष्ठः } वशिष्ट का वंशधर या बंश बाला। | चातुः ( पु० ) १ जीव । श्रात्मा । २ विश्वासमा । परमात्मा ३ विष्णु भगवान का नामान्तर । वासुकि 2 ( पु० ) कश्यपपुत्र और सर्पराज वासुकेयः ) वासुका वासुदेवः ( पु० ) १ वसुदेव का वंशज | २ विशेष कर श्रीकृष्ण का नाम । वासुरा ( स्त्री० ) १ पृथिवी | २ रात | ३ स्त्री ४ हथिनी | वासू: ( स्त्री० ) 1 जवान लड़की । क्लारी लड़की । वास्त देखो वास्त |