विदशज ( ७७० ) निद्विष विदेशञ्जः (पु० ) विदेश या अन्यदेश का बना हुआ | विद्युत् ( स्त्री० ) १ विजली | या उत्पन्न हुआ। विदेशीय (वि० ) धन्यदेश का विदेहः (पु० ) मिथिला प्रान्त 1 विदेहाः (श्री० विदेहाः ( पु० बहु० ) १ मिथिला देश का प्राचीन नाम । २ इस देश अधिवासी । विद्ध (व० ० ) 1 बीच में से छेद किया हुआ । २ बायल किया हुथा। छुरी या कटार से घायल किया हुआ | २ पीटा हुआ। येतों से पीटा हुआ। कोड़ों से मारा हुआ | ३ फेंका हुआ । ४ वह जिसमें याचा एड़ी हो या डाली गयी हो । समान तुल्य घरावर --कर्ण, (वि० ) वह जिसके कान छिदे हों। विद्धं ( न० ) धाव | विद्या ( श्री० ) १ ज्ञान विद्वत्ता विज्ञान इल्म [ परा और अपरा विद्या के अति किसी किसी शाखकार के अनुसार बिया के चार प्रकार माने गये हैं। यथा विद्विष · ( पु० ) बिजली की कौंध या का ( पु० ) १ श्रीमद्रामायण के अनुसार रावण के पक्ष के एक राक्षस का नाम, जो शूर्पणखा का पति था। २ एक ग्रह का नाम ३ एक जाति विशेष के राक्षस। -ज्वाला, (स्त्री० ) - धोतः, ( पु० ) बिजली का कौंधा या दीति /-पातः, ( go ) विजली का गिरना। वज्रपात ।-लता, ( = विद्युल्लता ) | श्री० ) - लेखा ( विद्युल्लेखा) (खी० ) बिजली की धारी या रेखा | - = उन्मेष 1-जिहः, विद्युत्वत् ( बि० ) वह जिसमें बिजली हो। ( पु० ) बादल | विद्योतन (वि० ) [ स्त्री० -विद्योतनी ३१ प्रकाश करने वाला २ व्याख्याकार । ( बीकी वार्ता उगटनीति शाश्वती मनु ने इनमें पाँचवीं आत्मविद्या और जोड़ी है। ] २ यथार्थ या सत्यज्ञान | आत्मविद्या । ३ जादू | टोना | ४ दुर्गा देवी | ५ ऐन्द्रजालिक विद्या या निपुणता ।-अनुपालिन् अनुसेविन, (वि०) । ज्ञानोपार्जन करने वाला अभ्यास ( पु० ) -अर्जनं, (न० ) आगमः, (पु० ) विग्रो- पार्जन | ज्ञानसञ्चय अध्ययन । श्रर्थः, ( पु० ) - अर्थिन्, (पु० ) विद्यार्थी । छात्र । -~श्रालयः ( पु ) स्कूल विद्यामन्दिर - कर ( पु० ) पण्डिन । विहान् चण. - चन्बु (वि० ) वह जो अपनी विद्वता के लिये प्रसिद्ध हो।- धनं, (न० ) विद्या रूपी धन घरः, ( पु० ) -घरी. ( स्त्री० ) देवयोनि विशेष-प्रतस्नातकः, (पु० ) मनु सार यह स्नातक जो गुरु के निकट रह कर वेद और विद्विषः (पु० ) विधानत दोनों समाप्त कर अपने घर लौटे धनु 1 विद्विषं ( न० ) विद्रः ( पु० ) १ विदारण २ छिद | छेद | विधिः ( पु० ) फोड़ा | विद्रवः ( पु० ) १ पलायन भगड़ २ भर ३ बहान ४ पिवजन। विद्रामा (वि० ) १ नींद से जागा हुआ। जागृत | विद्रायां (न० ) १ खदेड़ना | भगाना हराना २ गलाना तरल करना । 29 विद्रुमः ( पु० ) १ मंगेका वृक्ष । मुक्ताफल नामक वृक्ष २ मंगा प्रवाल ३ कोंपल वृद्ध का नया पत्ता या अकुर |~~लना, (श्री० ) या ( - जतिका (सॉ० ) १ का यी नामक गन्धद्रव्य | २ मूंगा। विद्वस् (वि०) [ कर्त्ता, एकवचन, (पु०) विद्वान् | (श्री०) विदुषी (न०) विद्वत् | - १ ज्ञाता। जानकार | २ पति विद्वान् । (पु० ) त्रिनुज्जन-कल्प, (= विद्वत्कल्प ) -देशीय, (= विदेशीय ) --देश्य (= विद्वद्देश्य ) ( वि० ) थोदा या कम विद्वान् ।-अनः (पु० ) (= विद्वज्जनः ) विद्वान् । परिडत | शत्र | दुश्मन |
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